उत्तर प्रदेश

uttar pradesh

ETV Bharat / state

बकरीद से पहले आगरा के पशु चिकित्सालय में जानिए क्यों लगी बकरों की भीड़? - treatment of goats in agra animal hospital

आगरा में बकरीद यानी ईद-उल-अजहा से पहले बकरे बीमार होने लगे हैं. बकरीद से पहले बकरे को स्वस्थ रखने के लिए लोग इलाज कराने पशु अस्पताल पहुंच रहे हैं.

आगरा में बकरे हो रहे बीमार.
आगरा में बकरे हो रहे बीमार.

By

Published : Jul 8, 2022, 11:02 PM IST

आगराःदेश और प्रदेश में 10 जुलाई को ईद-उल-अजहा यानी बकरी ईद मनाई जाएगी. जिसको लेकर बाजारों में चहल-पहल भी देने को मिल रही है. बाजारों में बकरों की खरीद फरोख्त भी हो रही है. एक से एक महंगे बकरे बाजार में आए हुए हैं और लोग इन्हें भी खरीद रहे हैं. लेकिन आगरा के सदर भट्टी स्थित पशु चिकित्सालय में पिछले 1 हफ्ते से बकरों को लेकर आने वाले लोगों की भीड़ लगी हुई है. वजह सिर्फ इतनी है कि बकरीद पर बकरों की कुर्बानी देनी है. जबकि इस समय बकरों को सर्दी, जुखाम, उल्टी दस्त हो रहा है. इसलिए लोग अपने बकरों का इलाज कराने सरकारी अस्पताल पहुंच रहे हैं. पिछले एक सप्ताह में सदर भट्टी स्थित पशु चिकित्सालय 150 से ज्यादा बकरों का इलाज किया जा चुका है.

आगरा में बकरे हो रहे बीमार.


पशु चिकित्सालय के डॉक्टर सुरेश चंद वर्मा ने बताया कि अस्पताल सुबह 8:00 बजे खुलता है. अस्पताल खुलते ही बकरों को लेकर आने वाले लोगों की लाइन लग जाती है. डॉक्टर सुरेश चंद ने बताया कि वैसे तो पशु चिकित्सालय में कुत्ते, बिल्ली के इलाज कराने के लिए अधिक लोग आते हैं. लेकिन बकरीद की वजह से पिछले 1 हफ्ते से बकरों के इलाज के लिए लोग पहुंच रहे हैं. डॉ. सुरेश चंद्र वर्मा ने बताया कि सर्द-गर्म और गीले भूसे के खाने की वजह से बकरों को सर्दी, जुखाम, उल्टी और दस्त जैसी बीमारियां हो रही हैं. जितनी कोशिश होती है उतना ही हम बकरों को ठीक करने में लगे हुए हैं.

इसे भी पढ़ें-Eid-ul-Adha 2022: 10 जुलाई को मनाया जाएगा ईद-उल-अजहा, इस्लामिक सेंटर ने जारी की मुसलमानों के लिए एडवाइजरी


वहीं, स्थानीय निवासी अतीक अहमद ने बताया कि उन्होंने 1 हफ्ते पहले बकरा खरीदा था, जो बीमार हो गया. पशु चिकित्सालय पहुंचे तो जानकारी हुई कि उनके बकरे को सर्दी, जुकाम हो गया है. यह परेशानी सिर्फ एक अतीक अहमद की नहीं है अधिकांश लोगों के बकरों को यही समस्या है. बकरीद के दिन बकरा बीमार नहीं रहे इस की कुर्बानी देनी है, ऐसे में लोग सुबह ही अस्पताल पहुंच जाते हैं.

ABOUT THE AUTHOR

...view details