आगरा : ताज महोत्सव में मनमोहक ओडिसी नृत्य की प्रस्तुति देकर लोगों को मजबूर करने वाली पद्मश्री गीता महालिक ने आतंकवाद पर जमकर प्रहार किया. ईटीवी भारत से विशेष बातचीत में पद्मश्री गीता महालिक ने कहा कि कश्मीर भारत का अंग है. पाकिस्तान गलत कहता है कि वह उसका हिस्सा है.
गीता ने कहा कि भारत सरकार कश्मीर में रहने वाले लोगों के लिए बहुत कुछ कर रही है. उनमें से तमाम ऐसे लोग हैं, जो भारत सरकार की सुविधाओं को लेते हैं लेकिन बात पाकिस्तान की करते हैं. कश्मीर में पनप रहे आतंकवाद को सरकार के साथ ही लोगों को भी सहयोग करके खत्म करना होगा. उन्होंने कहा 28 फरवरी को रूस में एक कार्यक्रम में प्रस्तुति देने के लिए आमंत्रित हैं, जहां अपने ग्रुप के 11 सदस्यों के साथ प्रस्तुति देकर भारत का गौरव बढ़ाएंगी. उनकी प्रस्तुति के दौरान ऑडियंस कम होने पर उन्हें थोड़ा अच्छा नहीं लगा लेकिन उन्होंने कहा कि यदि फिर से उन्हें बुलाया जाएगा तो ताज महोत्सव में प्रस्तुति देने जरूर आएंगी.
ईटीवी से बातचीत करते हुए पद्मश्री गीता महालिक दरअसल, ताज महोत्सव के पहले दिन शिल्पग्राम के मुख्य मंच पर पद्मश्री गीता महालिक ने ओडिसी नृत्य की मनमोहक प्रस्तुति दी. उन्होंने शुरुआत मंगलाचरण से की, जिसमें भगवान जगन्नाथ की प्रार्थना की गई. दूसरी प्रस्तुति में भगवान श्री कृष्ण के अलग-अलग रूपों को दिखाया. तीसरी भगवान श्री राम की विभिन्न लीलाओं में अहिल्या उद्धार, यज्ञ को राक्षसों से बचाना, सीता हरण, रावण वध और अयोध्या लौटने की प्रस्तुति दी.
कलाकारों की उम्र का कोई बंधन नहीं होता
बातचीत में गीता महालिक ने कहा कि कलाकारों पर उम्र का कोई बंधन नहीं होता. उनके लिए कला ही साधना ही सब कुछ होती है. जब उनसे पूछा गया कि वह कितने लोगों के साथ आई हैं तो उन्होंने कहा मेरे साथ सात कलाकार आए हैं. उन्होंने पुलवामा के आतंकी हमले के शहीदों को नमन किया.
खाते हैं भारत सरकार का, बातें पाकिस्तान की करते हैं लोग
इस दौरान उन्होंने कहा कि हमारी सरकार आतंकवाद को खत्म करने के लिए बहुत कुछ कर रही है. सरकार ही नहीं, हमें खुद भी इसमें सहयोग करना चाहिए। कश्मीर की जनता को आगे आना चाहिए क्योंकि कश्मीर की जनता के लिए सरकार बहुत कुछ कर रही है. अभी भी बहुत से लोग हैं, जो सरकार का पैसा खाते हैं, बात पाकिस्तान की करते हैं. ऐसे लोगों को यहां से खदेड़ देना चाहिए. कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है. आतंकवाद समूल नष्ट होना चाहिए. इसके लिए जनता को भी आगे आना पड़ेगा.