आगराःजिले में पुलिस की साइबर सेल ने करोड़ों की ठगी करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह का भंडाफोड़ किया है. गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है. शातिर ठगों के पास से बड़ी मात्रा फर्जी दस्तावेज, मोबाइल, लैपटॉप और सैकड़ों पासबुक बरामद हुई हैं.
क्या था मामला
आगरा साइबर सेल में दयालबाग निवासी अनिल कुमार मित्तल ने बीते दिनों अपने साथ हुई तकरीबन 3 लाख की ठगी की शिकायत दर्ज कराई थी. इस पर आईजी रेंज नवीन अरोड़ा ने संज्ञान लेते हुए, साइबर सेल को जल्द खुलासे की जिम्मेदारी सौंपी थी. इसके उपरांत साइबर सेल ने तकनीकी और अभिलेखीय संसाधन की मदद से इस गिरोह के चार सदस्यों को मथुरा के गोवर्धन रोड स्थित श्रीजी गार्डन हाइट्स से गिरफ्तार कर लिया. पुलिस को आरोपियों से पूछताछ में अहम सुराग भी हाथ लगे. इसमें इस गिरोह के मुख्य सरगना अंशुल अग्रवाल का नाम प्रकाश में आया है. इसकी तलाश में पुलिस लगातार जुटी हुई है.
ऐसे करते थे ठगी
शातिर ठगों ने पूछताछ में बताया कि वह फर्जी कंपनियों के माध्यम से यह सारा खेल खेलते थे. गिरोह के अलग-अलग सदस्यों के नाम से कंपनी खोली जाती थी. इसमें कॉल सेंटर से प्राप्त डाटा के माध्यम से लोगों को कॉल किए जाते थे. उन्हें अपनी फर्जी स्कीम ओर इन्वेस्टमेंट प्लान के जाल में फंसा कर, उनसे खातों में ठगी की रकम ट्रांसफर करा ली जाती थी. फिर उसी रकम को अपने निजी खातों में ट्रांसफर कर लिया जाता था. ऐसे तकरीबन 7 बैंक खाते पुलिस के संज्ञान में आए हैं, जिनसे करोड़ों रुपए का ट्रांसफर 15 दिन के अंदर किया गया है.