आगरा: जिले में प्रधानमंत्री मोदी की आयुष्मान भारत योजना कार्ड बनाने के मामले में बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है. कॉमन सर्विस सेंटर से अपात्रों के आयुष्मान भारत गोल्डन कार्ड बना दिए गए. यह फर्जीवाड़ा सीएचसी के स्तर पर किया गया. दिल्ली में हुई जांच में जब यह फर्जीवाड़ा पकड़ा गया तो चिकित्सा विभाग में हड़कंप मच गया है. आनन-फानन में फर्जीवाड़े के चलते आगरा के 900 कॉमन सर्विस सेंटर की आयुष्मान आईडी को ब्लॉक कर दिया गया है.
आगरा: आयुष्मान भारत कार्ड में फर्जीवाड़ा, 900 कॉमन सर्विस सेंटर की आईडी ब्लॉक
उत्तर प्रदेश के आगरा जिले में आयुष्मान भारत योजना कार्ड बनाने के नाम पर फर्जीवाड़ा सामने आया है. दरअसल कॉमन सर्विस सेंटर से सेटिंग कर अपात्र लोगों ने आयुष्मान भारत के कार्ड बनवा लिये हैं.
900 कॉमन सर्विस सेंटरों की आयुष्मान आईडी ब्लॉक
- जिला प्रशासन और चिकित्सा विभाग फर्जीवाड़ा करने वाले कॉमन सर्विस सेंटर संचालकों पर मेहरबान है.
- अभी तक फर्जीवाड़ा करने वाले इन सर्विस सेंटर संचालकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज नहीं कराई गई है, जबकि दूसरे जिलों में कॉमन सर्विस सेंटर संचालकों के खिलाफ एफआईआर हो चुकी हैं.
- जिले में अब सिर्फ सरकारी हॉस्पिटल और उन निजी हॉस्पिटल में आयुष्मान योजना का गोल्डन कार्ड बनाया जा रहा है, जिनमें आयुष्मान कार्ड से उपचार हो रहा है.
- आगरा में प्रधानमंत्री की आयुष्मान भारत योजना में 1.63 लाख लोग शामिल हुए, जिनमें से 63 हजार से ज्यादा लोगों के आयुष्मान भारत गोल्डन कार्ड बन चुके हैं.
- कॉमन सर्विस सेंटर से सेटिंग करने के साथ ही रुपयों का लालच देकर अपात्र लोगों ने आयुष्मान भारत के कार्ड बनवा लिया.
- खुलासे के बाद से चिकित्सा विभाग और जिला प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है.
सीएमओ डॉ. मुकेश कुमार वत्स ने बताया कि दिल्ली में एक जांच हुई थी. दिल्ली की जांच में यह सामने आया था कि आगरा में आयुष्मान भारत के कुछ कार्ड गलत बना दिए गए थे. अपात्र लोगों के कार्ड बनाए गए थे. इसका खुलासा होने पर कार्रवाई की गई है. हमें मौखिक तौर पर बताया गया कि अब आगरा में किसी भी कॉमन सर्विस सेंटर पर आयुष्मान भारत का कार्ड नहीं बनाया जाएगा. सभी कॉमन सर्विस सेंटर की आईडी को ब्लॉक कर दिया गया है.
-डॉ. मुकेश कुमार वत्स, सीएमओ, आगरा