आगरा: झारखंड के साइबर शातिरों ने आगरा के अग्निशमन विभाग से रिटायर्ड एसआई को झांसा देकर उनके बैंक खाते से 26 लाख रुपए निकाल लिए. साइबर क्रिमिनल ने ट्रेजरी अफसर बनकर रिटायर एसआई श्रीकिशन को कॉल किया. उनसे बैंक खाते की जानकारी ली, ओटीपी पूछा और फिर नेट बैंकिंग से रकम दूसरे बैंक खाते में ट्रांसफर कर दी. आईजी कार्यालय की रेंज साइबर सेल की जांच में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. जांच में पता चला कि साइबर क्रिमिनल ने यूपी पुलिस के रिटायर्ड 40 से ज्यादा पुलिसकर्मियों को निशाना बनाया है.
दो दिन में निकाली रकम
आगरा रेंज साइबर सेल की छानबीन में यह बात सामने आई कि साइबर क्रिमिनल ने रिटायर एसआई श्रीकिशन को पेंशन जल्दी दिलाने का लालच देकर बैंक खाते की जानकारी ली. जाल में फंसाकर साइबर क्रिमिनल ने श्रीकिशन से ओटीपी भी पूछा लिया. गत 30 नवंबर और 1 दिसंबर को श्रीकिशन के बैंक खाते से कई बार में 26 लाख रुपए शातिरों ने निकाल लिए. श्रीकिशन को इसकी जानकारी मोबाइल पर बैंक के आए एसएमएस के जरिए हुई. इस पर श्रीकिशन ने फिरोजाबाद साइबर सेल में शिकायत की.
ट्रेजरी अफसर बताकर किया था संपर्क
मूलत: फिरोजाबाद के सुहाग नगर निवासी श्रीकिशन आगरा में अग्निशमन विभाग में एसआई पद पर तैनात थे. हाल ही में श्रीकिशन रिटायर हुए हैं. श्रीकिशन ने 26 लाख रुपए की ठगी की शिकायत फिरोजाबाद में की थी. इसकी जांच आगरा रेंज साइबर सेल भेजी गई. रेंज साइबर सेल के प्रभारी निरीक्षक शैलेष सिंह और उनकी टीम ने इसकी जांच की. इंस्पेक्टर शैलेष सिंह का कहना है कि रिटायर एसआई श्रीकिशन के खाते में फंड सहित अन्य देय की राशि आई थी. साइबर अपराधी ने खुद को ट्रेजरी अफसर बताकर उनसे संपर्क किया था.
40 रिटायर पुलिसकर्मी को किया काॅल
रेंज साइबर सेल के प्रभारी इंपेक्टर शैलेष सिंह ने बताया कि साइबर क्रिमिनल ने इससे पहले अलीगढ़ से सेवानिवृत्त एचसीपी नाहर सिंह के बैंक खाते से 96 हजार रुपए निकाल लिए थे. अब तक छानबीन मे यह बात सामने आई है कि साइबर क्रिमिनल अब रिटायर पुलिसकर्मियों को शिकार बना रहे हैं. उन्होंने बताया कि जिस नंबर से कॉल किया गया था उसकी लोकेशन झारखंड की आई है. अब तक की जांच में खुलासा हुआ है कि साइबर क्रिमिनल ने 40 से अधिक रिटायर्ड पुलिसकर्मियों को फोन किया है, लेकिन इस गिरोह के झांसे में 4 ही रिटायर्ड पुलिसकर्मी आए हैं. जिनमें से दो सिद्धार्थनगर और सहारनपुर के भी हैं.
ई-वॉलेट से रकम ट्रांसफर
रेंज साइबर सेल की जांच में यह भी खुलासा हुआ है कि साइबर क्रिमिनल ई-वाॅलेट में पहले बैंक खाते से रकम ट्रांसफर करते हैं. जैसे साइबर क्रिमिनल ने रिटायर्ड पुलिसकर्मी नाहर सिंह से 96 हजार रुपए एक ई-वालेट में ट्रांसफर किए गए थे. जिन्हें बाद में झारखंड की एक बैंक में ट्रांसफर किया गया. उस बैंक खाते से पश्चिम बंगाल की बैंक में रकम भेजी गई. इसके बाद पटियाला रकम ट्रांसफर कर दी गई. उन्होंने बताया कि अहमदाबाद के एक बैंक खाते में भी रुपए भेजे गए. वहां से झारखंड की बैंक के एक खाते में रकम भेजकर निकाल ली गई.