आगरा:दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (डीवीवीएनएल) के एमडी एसके वर्मा ने शनिवार को बिल में लाखों रुपए की हेराफेरी करने वाले चार अधिकारियों को निलंबित कर दिया. आरोप है कि इन्होंने कम रीडिंग दिखाकर के लोगों के बिल का एसेसमेंट किया था. इससे विभाग को 20.07 लाख रुपए के राजस्व की हानि हुई. शिकायत मिलने पर कमेटी गठित करके संदिग्ध बिलों की जांच कराई गई थी. जांच रिपोर्ट आने पर दोषी अधिकारी और कर्मचारियों के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई हुई है.
बिजली विभाग में भ्रष्टाचार का मामला. अलीगढ़ में 8.80 लाख का खेल
- अलीगढ़ के न्यू रिजवी अपार्टमेंट निवासी उपभोक्ता मुन्ने खां और उपभोक्ता इमरान सबीर के विद्युत संयोजन के मीटर में रीडिंग में हेराफेरी की गई.
- मीटर रीडिंग छुपाकर विभाग को 8.80 लाख रुपए की वित्तीय क्षति पहुंचाई गई.
मैनपुरी में 11.27 लाख रुपए की हेराफेरी
- मैनपुरी में शिकायत मिली थी कि विद्युत वितरण खंड तृतीय, (मैनपुरी) के उपखंड अधिकारी अनिल कुमार ने कई बिलों में हेरफेर करके लाखों रुपए का की चपत विभाग को लगाई है.
- बिलों से करीब 11.27 लाख रुपए की राशि कम की गई. इस तरह विभाग को 11.27 लाख रुपए की वित्तीय क्षति पहुंचाई गई.
ये अधिकारी हुए निलंबित
डीवीवीएनएल के एमडी एसके वर्मा ने एक आदेश जारी कर बिलों में हेराफेरी करने के मामले में विद्युत नगरीय वितरण खंड, चतुर्थ (अलीगढ़) के उपखंड अधिकारी सौरव मंगला, विद्युत नगरीय वितरण खंड चतुर्थ (अलीगढ़) के अवर अभियंता धनवेंद्र यादव और कार्यकारी सहायक समर्थ पाठक को निलंबित किया है. विद्युत वितरण खंड तृतीय (मैनपुरी) के उपखंड अधिकारी अनिल कुमार को भी बिलों में हेराफेरी कर विभाग को राजस्व हानि पहुंचाने के मामले में निलंबित किया गया है.