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आगरा: सेना में भर्ती के नाम पर ठगी, पेटीएम में मिले डेढ़ करोड़ के ट्रांजेक्शन के सबूत

उत्तर प्रदेश के आगरा जिले में सेना में भर्ती कराने के नाम पर ठगी करने वाले चार लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. इनमें से दो लोग पैसे लेकर भर्ती कराने वाले गिरोह के सदस्य हैं. वहीं दो पिता-पुत्र हैं, जो इन्हें पैसा देने आए थे. पुलिस का कहना है कि जांच जारी है. इस मामले में अन्य कई आरोपी फरार चल रहे हैं.

आगरा
चार आरोपी गिरफ्तार

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Published : Jun 28, 2020, 6:16 PM IST

आगरा: सेना में भर्ती के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का पुलिस ने भंडाफोड़ किया है. पुलिस ने एक अभ्यर्थी और उसके पिता को पैसे देने और दो शातिरों को जालसाजी के लिए गिरफ्तार किया है. वहीं 6 लोगों की गिरफ्तारी अभी शेष है. उनमें से एक युवक शामली में गिरफ्तार हो चुका है. बताया जा रहा है कि यह गिरोह काफी समय से सक्रिय था. इस गिरोह के लोग गांवों में स्वमुख प्रचार करते थे और आने वाले ग्राहकों को नकली दस्तावेज आदि बनवाकर सेना में भर्ती करवाते थे.

एसपी सिटी बोत्रे रोहन प्रमोद ने बताया कि आगरा के थाना ताजगंज पुलिस को कुछ जालसाजों की सूचना मिली थी. पुलिस ने दबिश देकर चार लोगों को मौके से गिरफ्तार किया. इनके पास से नकली दस्तावेज, बैंक की चेक, पासबुक, पैनकार्ड, आधार कार्ड की मोहर, मोबाइल और नकदी बरामद हुई है. पूछताछ में पता चला है कि पकड़े गए उदय सिंह और जितेंद्र सिंह जालसाजी कर लोगों की सेना में भर्ती कराते थे. वहीं अजय सोलंकी और आकाश सोलंकी पिता-पुत्र हैं, जो आकाश के साथ दो अन्य की नौकरी के लिए साढ़े सोलह लाख की डील कर चुके थे. इसी मामले में वह डेढ़ लाख का चेक देने आए थे.

इनमें से उदय सिंह पूर्व में सेना में क्लर्क के पद पर भर्ती हुआ था और जितेंद्र सिंह नकली कागज बनवाकर पैसा देने वाले अभ्यथियों से पैसे लेने का काम करता था. उदय सिंह की पैतृक संपत्ति मात्र चार बीघा खेत है, लेकिन उसके पास ट्रैक्टर, कार और बिल्डिंग मैटेरियल की दुकान है. उसके द्वारा लाखों खर्च करने की जानकारी भी सामने आई है. वहीं फरार आरोपी सतीश आगरा के नाई की मंडी थाने से जेल जा चुका है और अभी दो तीन दिन पहले शामली में पकड़ा गया है और जेल भेजा गया है. उसके पेटीएम खाते से डेढ़ करोड़ के ट्रांजेक्शन के सबूत मिले हैं. शेष आरोपियों के नाम राकेश चौधरी, सुरेंद्र, सरविंद्र, साधु यादव और सचिन हैं. इनके बारे में और जानकारी जुटाई जा रही है और इनकी गिरफ्तारी के प्रयास किये जा रहे हैं.

यह अभियुक्त साढ़े पांच लाख में ठेका लेते थे और जहां भी भर्ती होती थी, वहां के आय प्रमाणपत्र, जाति व चरित्र प्रमाणपत्र, आधार कार्ड व पैन कार्ड बनवाकर पैसा देने वाले अभ्यर्थी से फार्म भरवाते थे. इनके द्वारा सेना में लोगों से सम्बन्ध होने की भी जानकारी मिली है. इसकी अभी जांच की जा रही है. इन जालसाजों द्वारा अब तक कितने लोगों को ठगा गया है और कितनों की भर्ती कराई गई है, इसकी जांच की जा रही है. एसपी सिटी बोत्रे रोहन प्रमोद के अनुसार यह गैंग बहुत शातिर है और माउथ पब्लिसिटी के माध्यम से ग्राहक लाकर यह ठगी करते थे. अभी आगे की जांच में और नाम सामने आने की उम्मीद है.

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