आगरा:जिले के मंटोला पुलिस ने बहुचर्चित पूर्व मंत्री चौधरी बशीर को गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया. चौधरी बशीर के खिलाफ चौथी पत्नी नगमा ने 31 जुलाई 2021 को तीन तलाक का मुकदमा मंटोला थाना में दर्ज कराया था. पूर्व मंत्री चौधरी बशीर की गिरफ्तारी को लेकर नगमा ने महिला आयोग के साथ ही सीएम योगी से भी गुहार लगाई थी. वहीं दूसरी ओर पूर्व मंत्री चौधरी बशीर ने अग्रिम जमानत के लिए कोर्ट में भी अर्जी लगाई थी. जिसे सुनवाई के बाद जज ने खारिज कर दिया. इस बारे में सीओ छत्ता दीक्षा सिंह ने पूर्व मंत्री चौधरी बशीर को गिरफ्तार करने की जानकारी दी है. बशीर घर से फरार चल रहा था.
यह है मामला
बता दें कि ताजगंज की गोबर चौकी निवासी नगमा ने मंटोला थाना में तीन तलाक का मुकदमा 31 जुलाई 2021 को पति पूर्व मंत्री चैधरी बशीर के खिलाफ दर्ज कराया था. नगमा का आरोप है कि, 11 नवंबर 2012 को मंटोला के ढोलीखार मोहल्ला निवासी पूर्व मंत्री चौधरी बशीर के साथ निकाह हुआ था. दोनों के दो बेटे हैं. बड़ा बेटा आठ साल और छोटा बेटा सात साल का है. ससुराल में आए दिन के उत्पीड़न के चलते वह और दोनों बच्चे तीन साल से अलग मायके में रह रहे हैं. इसका फायदा उठाकर पति ने छठवीं शादी कर ली. जब वह विरोध करने गई तो चौधरी बशीर ने तीन तलाक बोलकर उसे घर से निकाल दिया.
कोर्ट ने निरस्त किया प्रार्थना पत्र थाना मंटोला प्रभारी विनोद कुमार ने बताया कि तीन तलाक के मुकदमे में फरार चले रहे आरोपी चौधरी बशीर ने अपने अधिवक्ता रामप्रकाश शर्मा के माध्यम से अदालत में अग्रिम जमानत की अर्जी दी थी. जिसमे राजनीतिक षडयंत्र के तहत झूठे मुकदमा में फंसाने की बता कही थी. अदालत ने प्रार्थना पत्र पर सुनवाई के लिए 11 अगस्त की तारीख दी. मगर, बाद में 16 अगस्त की तारीख दी. इस मामले में 18 अगस्त को सुनवाई हुई. बाद में अपर जिला शासकीय अधिवक्ता राधा कृष्ण गुप्ता ने बताया कि कोर्ट ने तथ्य, परिस्थितियां और अभियुक्त के आपराधिक इतिहास को देखकर अग्रिम जमानत की अर्जी निरस्त कर दी. गुपचुप रखी गई गिरफ्तारी मंटोला में गुरुवार सुबह से ही माहौल गरमाया हुआ था. क्योंकि, गुरुवार सुबह जामा मस्जिद में स्वतंत्रता दिवस पर ध्वजारोहण और राष्ट्रगान के विवाद के बाद अब जनता शहर मुफ्ती के साथ उतर आई थी. ऐसे में पुलिस ने पूर्व मंत्री चौधरी की गिरफ्तारी को गुपचुप रखा. पुलिस ने गिरफ्तारी के बाद पूर्व मंत्री चौधरी बशीर को मंटोला थाना पर रखने की बजाय सीधे जेल भेजना ही मुनासिब समझा.
ताजगंज थाना में धमकी का मुकदमा दर्ज कराया था
करीमनगर, गौबर चौकी निवासी नगमा ने ताजगंज थाना में पति पूर्व मंत्री चौधरी बशीर के खिलाफ एक और मुकदमा दर्ज कराया है. जिसमें आरोप है कि तीन तलाक का मुकदमा दर्ज कराने के बाद से पति पूर्व चौधरी बशीर, बशीर के नौकर मिस्बाह, सहयोगी फरमान और अन्य धमकी दे रहे हैं. पीड़िता और उसके परिवार को जान से मारने की धमकियां दी जा रही हैं. इससे परिवार दहशत में है.
पूर्व मंत्री ने वायरल किया था वीडियो
पूर्व मंत्री चौधरी बशीर ने सोशल मीडियो पर एक वीडियो वायरल किया था. जो नगमा और उसके जीजा का था. जिसमें नगमा को चरित्रहीन बताया गया है. पूर्व मंत्री ने आरोप लगाया था कि तीन साल से अपनी बहन और बहनोई के पास रह रही है. इसके बहनोई से नाजायज संबंध हैं. इसका मेरे ड्राइवर के साथ भी नाजायज संबंध था. यह बिकने वाली औरत है. जब भी चुनाव आता है. यह औरत कुछ न कुछ करती है. सन 2013 में मेरे खिलाफ फर्जी आईपीसी की धारा 377 और 498 का मुकदमा दर्ज कराया. इसके बाद सन 2018 में भी मेरे खिलाफ 377 और 498 का मुकदमा दर्ज कराया. दोनों ही मुकदमे में मैं बाइज्जत बरी हुआ हूं.
छठा निकाह करना चाहता है शौहर
पीडिता नगमा का आरोप है कि निकाह के बाद से ही पति और ससुरालीजनों ने मानसिक और शारीरिक उत्पीड़न शुरू कर दिया. मेरे साथ ससुराल में मारपीट और गालीगलौज की जाती थी. इसको लेकर भी दो मुकदमे दर्ज कराए गए थे.पीडिता नगमा ने आरोप लगाया था कि 23 जुलाई 2021 को मुझे पता चला कि बिना तलाक दिए ही शौहर पूर्व मंत्री चौधरी बशीर छठा निकाह शाहिस्ता नाम की युवती के साथ करने जा रहा है. यह जानकारी होने पर मैंने अपनी ससुराल में पहुंचकर आपत्ति जताई. पति चौधरी बशीर ने गाली गलौज की.