आगरा :बहुचर्चित पूर्व मंत्री चौधरी बशीर और उनकी चौथी पत्नी नगमा के तीन तलाक का मामला अब कोर्ट तक पहुंच गया है. पीड़िता नगमा की शिकायत पर मंटोला थाना पुलिस ने पूर्व मंत्री चौधरी बशीर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है. बता दें, कि अभी तक पूर्व मंत्री चौधरी बशीर की गिरफ्तारी नहीं हुई है.
चौधरी बशीर ने अपने बचने का रास्ता तलाशना शुरू कर दिया है. पूर्व मंत्री चौधरी बशीर ने अपने अधिवक्ता के जरिए अग्रिम जमानत के लिए सत्र न्यायालय में प्रार्थनापत्र दिया है. चौधरी बशीर के प्रार्थना पत्र की सुनवाई 11 अगस्त को होगी. थाना मंटोला प्रभारी विनोद कुमार ने बताया कि, पूर्व मंत्री की तलाश में दबिश जारी है, वह घर से फरार है.
क्या है पूरा मामला ?
पूर्व मंत्री चौधरी बशीर के मामले में आगरा के सत्र न्यायालय में 11 अगस्त को सुनवाई होनी है. बता दें, कि ताजगंज की गोबर चौकी निवासी नगमा ने मंटोला थाना में चौधरी बशीर के खिलाफ तीन तलाक का मुकदमा 31 जुलाई 2021 को दर्ज कराया था. नगमा का आरोप है कि, 11 नवंबर 2012 को मंटोला के ढोलीखार मोहल्ला निवासी पूर्व मंत्री चौधरी बशीर के साथ उसका निकाह हुआ था. नगमा और चौधरी बशीर के दो बेटे हैं, बड़ा बेटा 8 साल और छोटा बेटा 7 साल का है.
नगमा का आरोप है कि ससुराल में उसका उत्पीड़न किया जाता था. जिसके कारण वह अपने दोनों बच्चों के साथ बीते 3 वर्षों से मायके में रह रही है. इसी बात का फायदा उठाकर उसके पति चौधरी बशीर ने छठवीं शादी कर ली. जब नगमा ने इसका विरोध किया, तो चौधरी बशीर ने उसे तीन तलाक देकर घर से बाहर निकाल दिया. नगमा ने बताया कि उसे 23 जुलाई 2021 को पता चला कि, बिना तलाक दिए ही बशीर शाहिस्ता नाम की युवती के साथ छठा निकाह करने जा रहा है. नगमा का कहना है कि जब उसने इस बात का विरोध किया तो बशीर ने उसके साथ गाली-गलौज करते हुए बाहर निकाल दिया. वहीं इस मामले में चौधरी बशीर का कहना है कि उसे झूठे मामले में फंसाया जा रहा है.