आगरा:पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह का आगरा से गहरा लगाव था. तमाम बार आगरा आए और उन्होंने आगरा से अपना लगाव कई बार मंच से भी जाहिर किया. यही वजह थी कि उन्हें तमाम कार्यकर्ताओं के नाम याद थे. कार्यक्रम हो या मंच, कल्याण सिंह करीबी और मेहनती कार्यकर्ताओं को नाम से बुलाते थे. कल्याण सिंह को आगरा में खाने की चीजों के तमाम ठिकाने मालूम थे. बेलनगंज में रामा कचौड़ी वाले की कचौड़ी, बेडई और जलेबी खूब की पंसद थी. जब भी कल्याण जी आगरा आए, उन्होंने जलेबी और बेडई का नाश्ता किया. बेलनगंज में रामबाबू का पराठा उन्हें पसंद था. जब कल्याण सिंह सन 1988 में भाजपा के राष्ट्रीय अधिवेशन में आए थे, तब उन्होंने नारा दिया था कि, 'दिल्ली का रास्ता यूपी से होकर जाता है'. ये नारा खूब हिट हुआ था. ईटीवी भारत से बातचीत में भाजपा विधायक पुरुषोत्तम खंडेलवाल ने पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के निधन पर दुख जताया.
ईटीवी भारत से फोन पर बातचीत में भाजपा विधायक पुरुषोत्तम खंडेलवाल ने पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह की स्मृतियां साझा कीं. उन्होंने बताया कि सन 1988 में वह भाजपा महानगर मंत्री थे. तब बाबू जी (कल्याण सिंह) भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष थे. सन 1988 में भाजपा का राष्ट्रीय अधिवेशन आगरा के कोठी मीना बाजार मैदान में हुआ था, जिसे बाबू जी ने ही सफल बनाया था. वे यहां पर अधिवेशन की तैयारियों में रहे. कार्यकर्ताओं के साथ काम किया. अधिवेशन में बाबू जी (कल्याण सिंह) ने नारा दिया था कि, 'दिल्ली का रास्ता उत्तर प्रदेश होकर जाता है'. अधिवेशन में पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल विहारी वाजपेयी, लाल कृष्ण आडवाणी समेत सभी बडे़ नेता आए थे.
जब हाथी ने पहनाई थी माला, सिक्कों से तोला था
भाजपा विधायक पुरुषोत्तम खंडेलवाल ने बताया कि जब पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष थे तब सन 1987 में आगरा आए थे. आगरा फोर्ट स्टेशन पर उनका हजारों भाजपाइयों ने जोरदार स्वागत किया था. आगरा फोर्ट स्टेशन के बाहर हाथी से उनके गले में माला पहनाई गई थी. उनके स्वागत में आगरा के लोगों ने खूब उत्साह दिखाया था. यही वजह रही कि आगरा के 14 चौराहों पर उनके स्वागत के लिए सिक्कों से तोलने का कार्यक्रम तय हुआ था. उस समय पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह का वजन 78 किलोग्राम था. उन्हें सिक्कों से तोलने का कार्यक्रम सुबह से शुरू हुआ, जो देर रात 12 बजे तक चला. 11 जगहों पर पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह को आगरा की जनता ने सिक्कों से तोला था.
जिताया था नगर निगम का चुनाव
भाजपा विधायक पुरुषोत्तम खंडेलवाल ने बताया कि सन 1988 में आगरा में नगर निगम का पहला चुनाव हुआ था. उस समय भाजपा ने रमेश कांत लवानिया को मेयर प्रत्याशी घोषित किया था. यह चुनाव भाजपा जीती थी. इस चुनाव को जिताने में पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह की अहम भूमिका रही थी. उनकी रणनीति और राजनीतिक सोच से यह चुनाव ऊंचाइयों तक पहुंचा था. आगरा में सन 1988 में महापालिका के खिलाफ वार्ड स्तर के प्रदर्शन में भी प्रदेश अध्यक्ष होने के बावजूद पूर्व मुख्यमंत्री शामिल हुए थे.