आगरा. मोहब्बत की निशानी ताजमहल का थ्री-डी सर्वे हो रहा है. जी हां, विदेशी विशेषज्ञों की टीम ताजमहल की हर दीवार, मुख्य गुंबद, ताजमहल परिसर के चप्पे-चप्पे की माप और मीनारों के झुकाव का थ्री-डी सर्वे कर रही है. 25 मार्च तक ताजमहल का समग्र सर्वेक्षण किया जाएगा.
गौरतलब है कि भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण यानी एएसआई देशभर के तीन विश्व धरोहर स्मारक ताजमहल, भोपाल की भीमबेटका और महाराष्ट्र स्थित अजंता-एलोरा की गुफाओं का विदेशी विशेषज्ञों की टीम से सर्वेक्षण करा रहा है. विशेषज्ञों की टीम सर्वेक्षण कर रिपोर्ट तैयार करेगी. विशेषज्ञ थ्री डी तकनीक समेत 10 तकनीक से ताजमहल का डिटेल कंडीशन एसेसमेंट कर रहे हैं.
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ताजमहल के एरियल सर्वे को ड्रोन उड़ाया
एएसआई के अधीक्षण पुरातत्वविद राजकुमार पटेल ने बताया कि संस्कृति मंत्रालय ने ताजमहल की स्टडी के लिए ड्रोन उड़ाने की अनुमति दी है ताकि ताजमहल का एरियल सर्वे सही तरीके से किया जाए. तुर्की की कंपनी इस सर्वे में 10 विदेशी तकनीशियन और विशेषज्ञों की मदद से ले रही हैं. विशेषज्ञों की टीम ताजमहल के भूमिगत कक्षों का सर्वे भी कर रही है.
एएसआई के अधीक्षण पुरातत्वविद राजकुमार पटेल ने आगे बताय कि ताजमहल में चमेली फर्श के नीचे, मकबरे के नीचे शाहजहां मुमताज की असली कब्रों और मीनारों के नीचे के चैंबर में सर्वे हो रहा है. इस दौरान ताजमहल पर पड़ रही हर रोशनी का प्रभाव, पत्थरों के रंग, मीनारों के झुकाव, धरोहर के संरक्षण की स्थिति का आकलन किया जा रहा है और 25 मार्च तक ताजमहल का समग्र सर्वेक्षण किया जाएगा.
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