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आगरा: फर्जी बीएड डिग्री पर नौकरी करने वाले 24 शिक्षकों पर FIR

यूपी के आगरा में फर्जी बीएड डिग्री के आधार पर नौकरी कर रहे 24 शिक्षकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. साथ ही उनकी सेवाएं समाप्त कर दी गई हैं. मामले में पुलिस आरोपी शिक्षकों की गिरफ्तारी के प्रयास भी कर रही है. वहीं जिले में 171 शिक्षक रडार पर हैं.

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Published : Jun 30, 2020, 7:25 PM IST

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फर्जी बीएड डिग्री पर नौकरी करने वाले 24 शिक्षकों पर FIR दर्ज,

आगरा: मुख्यमंत्री की सख्ती के बाद नकली बीएड डिग्रियों पर आगरा बेसिक शिक्षा विभाग में नौकरी करने वाले 24 शिक्षकों पर मंगलवार को बीएसए ने बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से मुकदमा दर्ज कराया. बीएसए के अनुसार इनकी रिकवरी भी की जाएगी और शेष अन्य पर न्यायलय से मिली राहत की अवधि पूरी होने पर कार्रवाई की जाएगी. फिलहाल, अभी 171 फर्जी डिग्री वाले शिक्षकों का वेतन रोक दिया गया है.

साल 2015 में एसआईटी ने आगरा के डा. भीमराव अंबेडकर विवि में बीएड सत्र 2004-05 की अंकतालिकाओं में नम्बर बढ़ाने की जांच शुरू की थी. साल 2017 में याचिकाकर्ता सुनील की जनहितयाचिका पर उच्च न्यायालय ने विवि को जांच के आदेश जारी कर कार्रवाई की बात कही थी. न्यायालय ने माना है कि फर्जी अंकतालिकाओं के माध्यम से तमाम छात्र शिक्षा विभाग में समायोजित हो गए हैं. शासन द्वारा आगरा बीएसए को ऐसे शिक्षकों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत करवाकर कार्रवाई के लिए आदेशित किया गया था. इसके बाद लगातार एसआईटी और विवि की जांच के बाद 28 दिसंबर 2019 को 3637 फर्जी अभ्यर्थी, 1084 टेम्पर्ड अभ्यर्थी और 245 डुप्लीकेट अभ्यर्थियों की सूची विवि की वेबसाइट पर डाली गई. 15 दिन में ऑनलाइन या रजिस्टर्ड पोस्ट के जरिये उनका पक्ष मांगा गया.

इनमें से 814 ने उत्तर दिया और 2823 फर्जी अभ्यर्थियों ने उत्तर नहीं दिया. इसके बाद विवि ने इन सभी को फर्जी घोषित कर दिया. इनमें से आगरा बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा सरकारी नौकरी करने वाले 24 शिक्षकों की सेवाएं समाप्त कर इनके खिलाफ धारा 420, 468 और 471 आईपीसी के तहत शाहगंज थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया है. बतौर बीएसए पहले एफआईआर के लिए खंड शिक्षा अधिकारियों को आदेशित किया गया था. पर उनकी लेट लतीफी के चलते जनपद स्तर से यह कार्रवाई की गई है. आगरा में कुल चिह्नित फर्जी डिग्रीधारक शिक्षकों की संख्या 195 पाई गई है. पर इनमें से 171 को न्यायालय द्वारा तीन माह की राहत दी गई है. राहत का समय पूरा होने पर इनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी.

पूरे मामले पर बीएसए राजीव यादव ने बताया कि इन शिक्षकों की सेवा समाप्त कर दी गई है. न्यायिक कार्रवाई के साथ इन्हें रिकवरी का नोटिस भी भेजा जा रहा है. इसके लिए वाणिज्य विभाग से इनका लेखा-जोखा मांगा गया है. अन्य चिह्नित फर्जी डिग्रीधारक शिक्षकों का वेतन रोक दिया गया है और उनपर भी कार्रवाई की जाएगी.

यह हैं फर्जी डिग्री से नौकरी पाए शिक्षक

1-हरिचंद पुत्र नरोत्तम नगला गदिमा ब्लॉक अछनेरा में तैनात

2- चन्फ़्न सिंह पुत्र किशन सिंह ब्लॉक अछनेरा में तैनात

3-सुधा पुत्री निनुआराम ब्लॉक अकोला में तैनात

4-कविता पुत्री सुशील ब्लॉक बिचपुरी में तैनात

5-रेनू कुमारी पुत्री कालीचरण ब्लॉक बिचपुरी में तैनात

6-निशिकांत पुत्र राजेन्द्र प्रसाद ब्लॉक बिचपुरी में तैनात

7-गीता पुत्री मुन्ना लाल ब्लॉक बिचपुरी में तैनात

8- सुरेखा पुत्री यदा राम ब्लॉक फतेहपुरसीकरी

9- अश्वनी यादव पुत्र राकेश पाल ब्लॉक फतेहबाद

10- योगेंद्र कुमार पुत्र रामप्रकाश ब्लॉक जैतपुर कला

11- धर्मेश सिंह पुत्र करतार सिंह ब्लॉक जैतपुर कला में तैनात

12- अरुण कुमार पुत्र सुनहरी लाल ब्लॉक खंदौली में तैनात

13- रामकिशोर पुत्र हरमुख दोहरे ब्लॉक खंदौली में तैनात

14- प्रमोद कुमार पुत्र सत्यप्रकाश ब्लॉक खेरागढ़ में तैनात

15- आकांशा कुमारी पुत्री ओमप्रकाश ब्लॉक खेरागढ़

16- चेतन शर्मा पुत्र गोपाल दास ब्लॉक पिनाहट

17- कमल विक्रम पुत्र हजारी लाल ब्लॉक पिनाहट में तैनात

18- शैलेन्द्र कुमार पुत्र शैलेन्द्र कुमार ब्लॉक पिनाहट में तैनात

19- योगेंद्र पुत्र किशनलाल ब्लॉक सैयां में तैनात

20- सरिता कुमारी पुत्री रामनाथ ब्लॉक तेहरा सैयां में तैनात

21- चंद्र शेखर पुत्र महुअर सिंह ब्लॉक शमशाबाद में तैनात

22- दलवीर पुत्र सौदान सिंह ब्लॉक शमशाबाद में तैनात

23- पूनम कुमारी पुत्री डाल चंद्र ब्लॉक शमशाबाद में तैनात

24- विजय कुमारी पुत्री बाबू लाल ब्लॉक शमशाबाद में तैनात

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