आगरा:जनपद के जैतपुर ब्लॉक क्षेत्र के अंतर्गत गांव गढ़ी रमपुरा के पास अचानक रात के समय चंबल नहर की पटरी फूटने से खेतों में पानी भर गया. इस वजह से इलाके की सैकड़ों बीघा फसल पानी में डूब गयी. अब प्रभावित किसानों ने प्रशासन से मुआवजे की मांग की है.
पिनाहट कस्बा क्षेत्र से निकलकर इटावा तक पहुंची चंबल डाल नहर परियोजना से पिनाहट, बाह, जैतपुर ब्लॉक क्षेत्र के कई गांव के सैकड़ों किसानों की हजारों हेक्टेयर खेती की सिंचाई होती है. गेहूं, आलू, सरसों आदि फसलों की बुवाई का समय आने पर किसानों ने चंबल नहर को चालू कराने की मांग की थी. कई महीनों से बंद पड़ी चंबल डाल नहर परियोजना को विधायक रानी पक्षालिका सिंह ने जल शक्ति मंत्री डॉ. महेंद्र सिंहको पत्र लिखकर इसे चालू करने की मांग की थी.
5 दिन पूर्व चंबल नहर को किसानों की सिंचाई के लिए चालू किया गया था, जिससे किसानों के चेहरे खिल उठे थे. मगर शनिवार की देर रात को जैतपुर ब्लॉक क्षेत्र के गांव गढ़ी रमपुरा के पास अचानक चंबल नहर की पटरी टूट गई. नहर का पानी किसानों के खेतों में जाने लगा.
रविवार सुबह तक किसानों की सैकड़ों बीघे में लगे आलू, सरसों, गेहूं और जौ की फसल जलमग्न हो गई. इससे किसानों का काफी नुकसान हुआ. चारों तरफ खेतों में पानी ही पानी दिखाई देने लगा है.
ग्रामीणों ने नहर फूटने की सूचना पुलिस कंट्रोल रूम एवं उपजिलाधिकारी बाह रतन सिंह को दी. तत्काल उपजिलाधिकारी ने नहर विभाग के अधिकारी और कर्मचारियों को मामले से अवगत कराया. सूचना पर तत्काल नहर को बंद किया गया, तब कहीं जाकर नहर का पानी कम हुआ. उपजिलाधिकारी बाह रतन सिंह पुलिस के साथ मौके पर पहुंचे और हालात का जायजा लिया.