आगरा :तृतीय चरण के इनर रिंग रोड और पार्सल लैंड (Inner Ring Road and Parcel Land) को लेकर किसान फिर एकजुट हो गए हैं. शुक्रवार को किसानों सहित एडीए और जिले के अधिकारियों के साथ त्रिस्तरीय बैठक (three level meeting) की, लेकिन यह बैठक हंगामे की भेंट चढ़ गई. हंगामा इतना बढ़ा गया कि एडीए उपाध्यक्ष बैठक बीच में छोड़ कर चले गए. किसान जमीन वापस लौटाने की जिद पर अड़े हुए हैं.
आगरा में तृतीय चरण के इनर रिंग रोड और पार्सल लैंड से जुड़े मुआवजे को लेकर किसानों ने शुक्रवार को एडीए और जिले के अधिकारियों के साथ त्रिस्तरीय बैठक की. जिसमें लगभग 4 दर्जन किसानों ने अधिकारियों के सामने इनर रिंग रोड को लेकर बीते कई वर्षों से चले आ रहे विवाद पर बारी-बारी से अपनी बात रखी. किसानों का कहना है कि इनर रिंग रोड के तृतीय चरण की रोड बनाने के लिए अगरा विकास प्राधिकरण (Agra development Authority) ने पूर्व में जमीन अधिग्रहित की थी, लेकिन मुआवजा कुछ ही किसानों को मिल पाया. अब एडीए का कहना है कि 612 हेक्टेयर भूमि उनके किसी काम की नही हैं. उस भूमि पर प्रस्तावित इनर रिंग रोड अब स्थानान्तरित कर दूसरी जगह बनाया जा रहा है.
फिर गर्माया इनर रिंग रोड और पार्सल लैंड का मामला, किसानों ने बैठक में किया हंगामा - हंगामा
इनर रिंग रोड और पार्सल लैंड को लेकर किसान फिर एकजुट हो गए हैं. शुक्रवार को किसानों सहित एडीए और जिले के अधिकारियों के साथ त्रिस्तरीय बैठक की, लेकिन यह बैठक हंगामे की भेंट चढ़ गई. हंगामा इतना बढ़ा गया कि एडीए उपाध्यक्ष बैठक बीच में छोड़ कर चले गए. किसान जमीन वापस लौटाने की जिद पर अड़े हुए हैं.
किसान नेता श्याम सिंह चाहर (Farmer leader Shyam Singh Chahar) का कहना हैं कि हम किसानों की जमीन हमें लौटा दी जाए. जिससे हम किसानों की आर्थिक स्थिति सुधर सके. वहीं किसानों की जमीन वापसी की मांग पर एडीए उपाध्यक्ष चर्चित गौड़ (ADA vice chairman Charchit Gaur ) ने कहा कि विकास प्राधिकरण में नियम अनुसार अधिग्रहित जमीन नहीं लौटाई जा सकती. हमारी इस मामले में जिलाधिकारी सहित प्रमुख सचिव से भी बात हो चुकी हैं. हम किसी भी अवस्था मे किसानों को जमीन नहीं लौटा सकते.
इनर रिंग रोड (Inner Ring Road) को लेकर प्रस्तावित बैठक में जमीन वापसी की मांग पूरी न होने पर किसानों ने खूब हंगामा किया. किसानों ने एडीए पर भ्रमित करने का भी आरोप लगाया. वहीं बैठक में मौजूद महिलाओं ने प्रदर्शन करना शुरू कर दिया. हंगामा बढ़ते देख एडीए उपाध्यक्ष चर्चित गौड़ बैठक छोड़ कर चले गए. एडीए उपाध्यक्ष ने मीडिया से बात कर बताया कि किसान जमीन वापसी की मांग कर रहे हैं. मामला कई साल पुराना हैं. हम उच्चाधिकारियों से इस मामले में बात कर कोई ठोस निर्णय ले पाएंगे. फिलहाल किसानों को अगली बैठक के लिए बुलाया गया है. इस प्रकरण के बाबत शासन को अवगत करा दिया गया है. जल्द ही इस मामले में सभी तरह के पक्ष साफ कर दिए जाएंगे.
यह भी पढ़ें : सविता समाज के आक्रोश के आगे झुके डिप्टी सीएम बृजेश पाठक, मांगी माफी