आगरा : आगरा में इन दिनों भारतीय सेना की अग्निवीर भर्ती चल रही है. जिम्मेदारी आगरा सेना भर्ती कार्यालय की निदेशक कर्नल रिश्मा सरीन के कंधों पर है. ईटीवी भारत से कर्नल रिश्मा सरीन ने खास बातचीत की. जिसमें कर्नल रिश्मा सरीन ने कहा कि बेटियों के लिए सेना में तमाम मौके हैं. वे मेहनत करें. थल, जल और वायुसेना में शामिल होकर देश सेवा करें.
ऑपरेशन रक्षक में पति ने पाई थी शहादत
कर्नल रिश्मा सरीन ने बताया कि मैं परिवार की सैकंड जनरेशन हूं, जो देश सेवा कर रही है. मेरे पिता सेना से रिटायर हैं. भाई भी सेना में हैं. मेरे डीएनए में सेना है. कहा कि मेरे पति मोहित कुमार सेना में मेजर थे. ऑपरेशन रक्षक में मार्च 2009 में वे शहीद हो गए. उन्हें मरणोपरांत 'अशोक चक्र' मिला. मैं कहूंगी कि बेटियों के लिए सेना में तमाम मौके हैं.
मेजर मोहित के नाम दर्ज हैं अदम्य साहस की कई कहानियां
कर्नल रिश्मा सरीन और उनके पति मेजर मोहित शर्मा अपने जोश और जज्बे के लिए जाने जाते हैं. मेजर मोहित ने आतंकियों के साथ रहकर कई घटनाएं नाकाम की थीं. 2004 में एक ऑपरेशन के दौरान हिजबुल मुजाहिद्दीन में इफ्तिखार भट्ट बनकर घुसपैठ की थी. दो आतंकियों को मार गिराया था . उन्हें दो बार वीरता पुरस्कार मिला. फिर कुपवाड़ा के एक सैन्य ऑपरेशन में मेजर मोहित ने आतंकियों को मार गिराया. अपने साथियों को बचाया और शहादत पाई. इसके लिए उन्हें मरणोपरांत 'अशोक चक्र' दिया गया. आज मेजर मोहित की पत्नी कर्नल रिश्मा सरीन भी पति के पदचिन्हों पर चल रही हैं. इसके साथ ही अब सेना के लिए अग्निवीर की भर्ती कर रही हैं.
जोनल की पहली भर्ती निदेशक
आगरा सेना भर्ती कार्यालय की निदेशक कर्नल रिश्मा सरीन ने बताया कि मैं अपने जोनल क्वार्टर में पहली महिला रिक्रूटिंग डायरेक्टर बनी हूं. इसके लिए सीनियर को शुक्रिया अदा करना चाहती हूं. उन्होंने मुझे इसके लिए चुना है. सीनियर्स और मुख्यालय से आदेश और निर्देश आते हैं. उसके मुताबिक ही काम कर रहे हैं. इसके आधार पर ही पूरा सिस्टम चला रही हूं. कर्नल रिश्मा सरीन ने बताया कि आगरा में अग्निवीर भर्ती के पहले दिन बारिश हो गई, जो सबसे बडी चैलेंजिग रही. मगर जिला प्रशासन और सेना के अधिकारी और कर्मचारियों की वजह से हर समस्या का समाधान किया गया. पहले दिन ही बेहतर तरीके से भर्ती प्रक्रिया पूरी की. जिला प्रशासन और सेना के समन्वय से बेहतर तरीके से रैली भर्ती कराई जा रही है.