आगरा: कोरोना महामारी के चलते लगभग छह महीने के बाद ताजमहल एक बार फिर से खुलने जा रहा है, लेकिन केंद्र और राज्य सरकार के आदेश के अनुसार कुछ स्मारक ऐसे भी हैं, जो पहले से ही खोल दिए गए हैं. इनमें देशी-विदेशी पर्यटकों का जमावड़ा लगने लगा है. वहीं लोगों को स्मार्ट टिकट लेने के लिए मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है.
आगरा: स्मारकों में प्रवेश के लिए ई-टिकटिंग बनी पर्यटकों के लिए मुसीबत - ई टिकटिंग से पर्यटक परेशान
उत्तर प्रदेश में स्मारकों में प्रवेश के लिए विंडो से टिकट लेने के बजाय अब ऑनलाइन क्यूआर कोड स्कैनिंग की सुविधा दी गई है. इसके बावजूद भी पर्यटकों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. इसकी सबसे बड़ी वजह सर्वर का सही से काम न करना है.
पर्यटकों को स्मारकों का टिकट लेने के लिए मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि जैसे ही आप टिकट के लिए विंडो पर पहुंचेंगे वहां आपको एक क्यूआर कोड स्कैन करना होगा. पर्यटकों की सबसे बड़ी परेशानी की वजह क्यूआर कोड नहीं, बल्कि स्कैन होने के बावजूद भी पेमेंट का नहीं होना है. टिकट खरीदते समय सर्वर डाउन होने की वजह से आपका पेमेंट नहीं हो पाएगा, जिस कारण आपको घंटों इंतजार करना पड़ सकता है.
सभी स्मारकों के प्रवेश द्वार पर अलग-अलग क्यूआर कोड लगे हुए हैं, जिनको स्कैन करके आपको पेमेंट करना होता है. उसके बाद ही आपको अंदर प्रवेश मिल सकता है, लेकिन इस प्रक्रिया के दौरान सर्वर डाउन होने की वजह से पेमेंट नहीं हो पा रहा है. इस कारण लोगों को घंटों स्मारक के बाहर इंतजार करना पड़ रहा है. वहीं दूरदराज इलाकों से आए कुछ लोगों को मायूस होकर लौटना पड़ रहा है. 21 सितंबर से ताजमहल भी खुलने जा रहा है.