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लॉकडाउन के दौरान ग्रामीण क्षेत्रों में चार गुना बढ़े आपसी झगड़ों के मामले - आगरा में लॉकडाउन-3

लॉकडाउन के दौरान यूपी के आगरा जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों के बीच आपसी झगड़ों की घटना में बेतहाशा वृद्धि हुई है. जनपद में दिन-प्रतिदिन कोई न कोई मारपीट का केस सामने आ रहा है. एक आंकड़े के मुताबिक जनपद में लोगों के बीच आपसी झगड़ों के मामले चार गुना तक बढ़ गये हैं.

अस्पताल में एक्स-रे के लिए लाइन में लगे लोग
अस्पताल में एक्स-रे के लिए लाइन में लगे लोग

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Published : May 12, 2020, 5:37 PM IST

आगरा: ताजनगरी आगरा में कोरोना का संक्रमण तेजी से फैलता जा रहा है. रोजाना जिले में कोरोना के नये मरीज मिल रहे हैं. अब तक जिले में 750 से ज्यादा कोरोना केस से सामने आ चुके हैं. ऐसे में एक ओर जहां कोरोना के फैलते संक्रमण पर काबू करना जिला प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती बना हुआ है. वहीं दूसरी ओर लॉकडाउन के दौरान जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों के बीच आपसी झगड़े मारपीट की घटनाओं में हुई बेतहशा वृद्धि ने जिला प्रशासन की मुसीबत बढ़ा दी है.

लॉकडाउन के दौरान जनपद के ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों के बीच मारपीट और झगड़े की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही हैं. सरकारी अस्पताल के आंकड़ों के मुताबिक, पहले रोजाना 10 से 12 मेडिको लीगल एक्स-रे किया जाता था, लेकिन अब इसकी भी संख्या बढ़कर 30 से 40 हो गई है. इसके साथ ही 100 से 125 एक्स-रे रोजाना किया जा रहा हैं.

लॉकडाउन के कारण आपसी विवाद बढ़ें
आगरा में एक ओर जहां कोरोना वायरस का संक्रमण लगातार बढ़ता ही जा रहा है. वहीं दूसरी ओर ग्रामीण क्षेत्रों में लगातार आपसी झगड़े और मारपीट के मामले सामने आ रहे हैं. सोमवार को थाना डौकी में ही दो पक्षों में गोली चलने के बाद फायरिंग का वीडियो वायरल हुआ था. जिला अस्पताल के मेडिको लीगल का कार्य करने वाले डॉक्टर अजय शर्मा ने बताया कि पहले प्रतिदिन औसतन मारपीट के 10 से 12 मामले सामने आते थे लेकिन, लॉकडाउन के दौरान यह आंकड़ा बढ़कर 30 से 40 तक पहुंच गया हैं.

प्रतिदिन करीब 100 से 125 तक एक्स-रे किए जा रहे हैं. एक्स-रे के दौरान मरीज को छूना और उसके पास जाना जरूरी होता है. ऐसे में कोरोना संक्रमण की गाइडलाइन का ध्यान रखते हुए बचाव और एहतियात के साथ काम करना पड़ रहा हैं.

मानसिक अवसाद में हो रही बढ़ोतरी
वहीं इस बारे में आगरा के मानसिक चिकित्सालय के वरिष्ठ डॉक्टरों का कहना है कि लॉकडाउन के दौरान संकट काल के चलते लोगों में मानसिक अवसाद में बढ़ोतरी हुई है और व्यक्ति के अंदर चिड़चिड़ापन आ रहा है. ऐसे लोगों को भजन, पूजन और सुविचार वाले मनोरंजन के साधन अपनाने चाहिए, ताकि उनका मन शांत रहे.

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