आगरा: ताजनगरी के क्रिकेट के आसमान पर ध्रुव, एक तारा बनकर उभर रहा है. बीसीसीआई ने ध्रुव को एशिया कप के लिए इंडिया अंडर-19 टीम का कप्तान बनाया है. जिससे ताज नगरी में चारों ओर खुशी की लहर दौड़ गई है. जिस क्रिकेट एकेडमी में ध्रुव ने क्रिकेट का क,ख, ग सीखा. उस स्प्रिंग डेल एकेडमी के कोच परमेंद्र यादव और उनके साथियों से ध्रुव के अंडर-19 टीम का कप्तान बनाए जाने पर ईटीवी भारत ने एक्सक्लुसिव बातचीत की. साथी क्रिकेटर्स का कहना है कि ध्रुव इंडियन टीम का भविष्य का धोनी है.
कैसे बना ऑफ स्पिनर से बना विकेटकीपर
कोच परमेंद्र यादव बताते हैं कि जब ध्रुव मेरी स्प्रिंग डेल एकेडमी में आया था तो वह ऑफ स्पिन बॉल करता था. वह पार्ट टाइमर स्पिनर और बल्लेबाज बनना चाहता था. लेकिन उसकी फील्डिंग अच्छी थी. इसलिए मुझे लगा इसे विकेटकीपर बनाया जाए तो अच्छा रहेगा. क्योंकि विकेटकीपर सेंटर में रहता है और पूरी टीम को अच्छी तरह से गाइड कर सकता है. इसलिए मैंने उससे बॉलिंग करने के लिए मना किया और विकेट कीपिंग कराना शुरू कर दिया. पहले उसने इस पर ऐतराज भी जताया. फिर ध्रुव और उसके पिता राजी हो गए. इस तरह एक ऑफ स्पिन बॉलर बनने वाला ध्रुव विकेटकीपर बल्लेबाज बन गया.
जब ध्रुव ने ट्रॉफी के फाइनल में खेली 137 रनों की शानदार पारी
- अपने बेहतरीन विकेट कीपिंग के बल पर ही 2014 में अंडर-14 के डूंगरपुर ट्रॉफी के लिए उत्तर प्रदेश की टीम में ध्रुव को जगह मिली.
- यूपी की ओर से खेलते हुए ट्रॉफी के फाइनल में ध्रुव ने 137 रनों की शानदार पारी खेली. जिससे यूपी चैंपियन बनी.
- ध्रुव में मेहनत से क्रिकेट के कदमों को बढ़ाना शुरू किया.
- लगन और कड़ी मेहनत के बल पर सन 2016 में विजय मर्चेंट ट्रॉफी के लिए ध्रुव यूपी टीम में चुने गए, वहां भी ध्रुव ने शानदार प्रदर्शन किया.
- फिर 2018 में यूपी के अंडर-19 टीम के संभावितों में ध्रुव को जगह मिली और कैंप में हिस्सा लिया.
- अब 2019 में ताजनगरी के क्रिकेट के आसमान के ध्रुव को इंडिया अंडर-19 टीम का कप्तान बनाया गया है.
- विकेटकीपर-बल्लेबाज ध्रुव ने 22 पारियों में कुल 1,010 रन बनाए हैं और 55 कैच भी लिए हैं.