आगराःपुलवामा आतंकी हमले (Pulwama Terrorist Attack) में शहीद हुए आगरा के कौशल कुमार रावत की पत्नी ममता रावत और डिप्टी सीएम डॉ. दिनेश शर्मा की मोबाइल पर हुई बातचीत का ऑडियो-वीडियो खूब वायरल हो रहा है. डिप्टी सीएम बातचीत में ममता रावत से कह रहे हैं कि आप को जो सरकारी मदद और सुविधाएं मिलीं हैं, उसके लिए तो सरकार को धन्यवाद कहना चाहिए. लेकिन आप तो धरना पर बैठी हैं. शहीद की वीरांगना पत्नी ममता रावत की शुक्रवार को डिप्टी सीएम डॉ. दिनेश शर्मा से बात भाजपा विधायक हेमलता दिवाकर ने कराई थी.
डिप्टी सीएम और पुलवामा शहीद की पत्नी की बातचीत. बता दें कि, डिप्टी सीएम डॉ. दिनेश शर्मा ने शहीद की पत्नी वीरांगना ममता रावत और परिजन को बुलवाने को अधिक धरना स्थल पर भेजे थे. सर्किट हाउस से जिला प्रशासन और पुलिस की टीम कार से शहीद के परिवार को लेने आई थी. मगर, शहीद का परिवार नहीं गया. इसके बाद आगरा ग्रामीण की विधायका हेमलता दिवाकर ने धरना स्थल पर पहुंच कर शहीद की वीरांगना पत्नी ममता रावत से डिप्टी सीएम डॉ. दिनेश शर्मा की अपने मोबाइल से बात कराई थी.
आगरा में धरने पर बैठा शहीद का परिवार. भाजपा सरकार की हो रही किरकिरी
डिप्टी सीएम डॉ. दिनेश शर्मा ने शहीद की पत्नी ममता रावत से करीब 3 मिनट बातचीत की. विधायक हेमलता दिवाकर ने मोबाइल का स्पीकर ऑन कर दिया. जिससे डिप्टी सीएम और शहीद की पत्नी की बातें सभी ने सुनी. बातचीत में डिप्टी सीएम ने कहा कि आपको जो सुविधाएं और सरकारी मदद मिली है. उसको लेकर सरकार का धन्यवाद करना चाहिए. लेकिन, आप धरने पर बैठी हुई हैं. इस पर शहीद की पत्नी ने कहा कि जो आश्वासन दिया गया था, अभी तक पूरा नहीं हुआ है. पुलवामा हमले के सभी शहीदों के परिवार को सरकार ने जमीन दी है. लेकिन, मुझे अभी जमीन नहीं मिली है. इस पर डिप्टी सीएम ने कहा कि जिस जगह आप जमीन मांग रही हैं, वह बहुत कीमती है. इस बातचीत का वीडियो वायरल होने पर सरकार की किरकर हो रही है.
सपा और आप आई शहीद परिवार के साथ
शहीद की पत्नी ममता रावत और परिवार के धरना को लेकर राजनीति शुरू हो गई है. शुक्रवार को सपा महानगर अध्यक्ष चैधरी वाजिद निसार समर्थकों के साथ धरना स्थल पर शहीद परिवार से मिले. उन्होंने शहीद परिवार की हर संभव मदद का आशवासन दिया. इसके साथ ही चौधरी वाजिद निसार ने यूपी सरकार पर निशाना साधा था. शुक्रवार को शहीद परिवार से मिलने आम आदमी पार्टी की प्रदेश सचिव चौधरी हृदेश चौधरी और अन्य पदाधिकारी पहुंचे. जहां पर आप की प्रदेश सचिव डॉ. हरीश चौधरी ने कहा कि, डिप्टी सीएम डॉ. दिनेश शर्मा ने जिस तरह से शहीद की वीरांगना पत्नी से बातचीत की है, उन्हें माफी मांगनी चाहिए.
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यह है मामला
बता दें कि शहीद कौशल कुमार रावत की पत्नी ममता रावत अपने पुत्र अभिषेक रावत, बेटी और परिजनों के साथ गुरुवार को गांव कहरई स्थित शहीद कौशल कुमार रावत की प्रतिमा स्थल पर धरने पर बैठी हैं. वहीं, शहीद की पत्नी ने अन्न भी त्याग दिया है. ममता रावत का आरोप है कि जिला प्रशासन की वादा खिलाफी से परेशान होकर धरने पर बैठना पड़ा है. एक साल से ज्यादा समय से शहीद कौशल कुमार रावत की प्रतिमा का अनावरण नहीं हुआ है. स्कूल और गांव की सड़क का नामकरण भी शहीद के नाम पर करने का वादा भी अभी अधूरा है. ममता रावत का कहना है कि बेसिक शिक्षा विभाग ने शहीद के परिवार की आर्थिक मदद के लिए अपना एक दिन का वेतन दिया था. यह रकम 66.57 लाख रुपये है, जो अभी तक नहीं मिली है. यह धनराशि मुख्यमंत्री राहत कोस में जमा है. इस रकम के लिए मैं और परिवाार अब तक आगरा और लखनऊ के बीच चक्कर काट रहे हैं. लाइसेंस भी नहीं बन रहा है. ममता रावत का कहना है कि जब तक मांग पूरी नहीं होगी धरने से नहीं उठूंगी.
पुलवामा में शहीद हुए थे कौशल कुमार
बता दें कि ताजगंज थाना के गांव कहरई निवासी कौशल कुमार रावत सीआरपीएफ में तैनात थे. उनकी तैनाती सीआरपीएफ की सिलीगुडी में बटालियन नंबर 115 में तैनाती थी. मगर, उनका स्थानांतरण सीआरपीएफ की बटालियन में किया गया था. 14 फरवरी 2019 को कश्मीर के पुलवामा में आतंकियों ने सीआरपीएफ के वाहनों पर आतंकी हमला किया. जिसमें कौशल कुमार समेत सीआरपीएफ के कई जवान शहीद हो गए.