आगरा:ताजनगरी स्थित दयालबाग के व्यापारी ने आधार और पैन कार्ड का दुरुपयोग (Misuse of Aadhaar and PAN card in Agra) करके फर्जी फर्म बनाकर कारोबार की शिकायत की है. पीडित व्यापारी का आरोप है कि, उसके दस्तावेजों पर बनाई गई फर्म से कारोबार किया गया. इसका सालाना टर्नओवर नौ करोड़ रुपये दिखाया गया. पुलिस आयुक्त कार्यालय में शिकायत मिलने पर पुलिस ने दस्तावेज के आधार पर फर्जी छानबीन शुरू कर दी है. इस बारे में आयकर विभाग से भी जानकरी मांगी जाएगी.
आगरा में आधार और पैन कार्ड का दुरुपयोग, फर्म बनाकर 9 करोड़ का टर्न ओवर
आगरा में आधार और पैन कार्ड का दुरुपयोग (Misuse of Aadhaar and PAN card in Agra) करके व्यापारी के नाम से फर्जी फर्म बनायी गयी. इसमें सालाना 9 करोड़ का टर्नओवर दिखाया.
By ETV Bharat Uttar Pradesh Team
Published : Aug 29, 2023, 7:55 AM IST
कैसे हुआ फर्जीवाड़े का खुलासा: दयालबाग क्षेत्र की सरला बाग काॅलोनी निवासी सचिन प्रसाद श्रीवास्तव व्यापारी हैं. उन्होंने पुलिस आयुक्त कार्यालय में शिकायत दी है. इसमें आरोप है कि, अगस्त 2020 में उनके आधार कार्ड और पेन कार्ड का उपयोग करके गोविंद एंटरप्राइजेज नाम से एक फर्म का रजिस्ट्रेशन कराया गया, जो फर्जी फर्म थी. इससे जालसाजों ने मसाले और घरेलू सामान का व्यापार शुरू किया. 31 मार्च 2021 में फर्म बंद कर दी. इसकी उन्हें जानकारी नहीं थी. क्योंकि, वर्तमान में मथुरा में रहते हैं. वहां पर ही नौकरी करता हैं. वह जब 27 जून 2023 को आयकर रिटर्न दाखिल करने गये, उनके नाम से बनाई गई फर्जी फर्म की जानकारी मिली.
आयकर रिटर्न में पकड़ी गयी धोखाधड़ी: सचिन प्रसाद श्रीवास्तव ने बताया कि, अधिवक्ता ने जानकारी दी कि, उनके आधार कार्ड और पैन कार्ड से आठ सितंबर 2020 को गोविंद एंड संस नाम से एक फर्म का रजिस्ट्रेशन हुआ था. ये फर्म अक्टूबर 2020 को एक महीने बाद ही बंद कर दी गई. एक महीने में इस फर्म से नौ करोड़ का कारोबार दिखाया गया. फर्म का टर्न ओवर उनके फार्म 26 एएस में दर्शाया गया है. यह जानकारी मिलने पर हैरान रह गए. आयकर रिटर्न में उन्होंने इस व्यवसाय से इनकार किया.
पहले भी पकडा गया है रैकेट: आगरा में पहले भी फर्जी फर्म बनाकर जीएसटी चोरी के मामले सामने आ चुके हैं. बीते माह ही जीएसटी विभाग की टीम ने आगरा में छापा मारकर एक युवक और उसके गिरोह का पर्दाफाश किया था. ये फर्जी कंपनी बनाकर करोडों रुपये का विभाग को चूना लगा रहे थे. आरोपियों से 100 से ज्यादा ऐसी फर्जी फर्म के दस्तावेज मिले थे, जिनके जरिए जीएसटी की चोरी की जा रही थी. (Crime News UP)
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