आगरा :भोपाल के रानी कमलापति रेलवे स्टेशन से देश की राजधानी हजरत निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन के बीच 160 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ने वाली वंदे भारत ट्रेन पर शरारती तत्व पथराव कर दे रहे हैं. इससे शीशे टूट जा रहे हैं. 68 दिन में 30 शीशे टूटे चुके हैं. गनीमत यह रही है कि किसी घटना में कोई यात्री चोटिल नहीं हुआ.
बता दें कि, पीएम मोदी ने एक अप्रैल 2023 को भोपाल के रानी कमलापति स्टेशन से वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को हजरत निजामुद्दीन स्टेशन के लिए हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था. तभी से वंदे भारत भोपाल से नई दिल्ली के बीच दौड़ रही है. इन 68 दिन में वंदे भारत ट्रेन के एग्जीक्यूटिव और चेयरकार कोच पर पत्थर मारकर शरारती तत्वों ने 30 शीशे तोड़ दिए.
दरअसल, वंदे भारत की खिड़कियों के शीशे भोपाल मंडल के कैरिज एंड वैगन स्टाफ की ओर से बदले जा रहे हैं. अब तक 16 खिड़कियों के शीशे बदले जा चुके हैं. मगर, वंदे भारत की खिड़कियां ऐसी हैं, जिनके शीशे नहीं बदले गए हैं. इन खिड़कियों पर रेलवे की ओर से टेप लगाया गया है. इसमें वंदे भारत ट्रेन का कोच ई-2, कोच सी-3, सी-4, सी-5, सी-6 और सी-7 हैं. इनके चटके शीशे पर टेप लगा हुआ है.
वंदे भारत ट्रेन बाहर से जितनी सुंदर है, अंदर से उतनी ही बेहतरीन है. वंदे भारत 160 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ सकती है. स्पीड बढ़ाकर 200 किलोमीटर तक किया जा सकता है. इस ट्रेन को 100 किलोमीटर तक की स्पीड पकड़ने में केवल 52 सेकेंड का समय लगता है. ट्रेन के कोच की बात करें तो इस ट्रेन में ऑटोमेटिक दरवाजे हैं. ट्रेन के कोच को 2 क्लास में बांटा गया है. एग्जीक्यूटिव 1 और एग्जीक्यूटिव 2 क्लास हैं. एग्जीक्यूटिव वन में घूमने वाली सीटें हैं. जबकि एग्जीक्यूटिव टू में सीटों को घुमाया नहीं जा सकता है.