आगरा: जनपद में एक बुजुर्ग पिता अपनी घायल बेटी को न्याय दिलाने के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहा हैं. आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज होने के बाद भी पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही है. शनिवार को बुजुर्ग पिता अपनी बेटी को ठेले पर लादकर आगरा पुलिस मुख्यालय न्याय की गुहार लगाने पहुंच गया. पुलिस कमिश्नर डॉ प्रीतिंदर सिंह ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर गिरफ्तार करने का निर्देश दिया था. आरोप है कि इसके बावजूद भी पुलिस आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रही है.
डौकी थाना क्षेत्र के नाइकी मंडी के डेरा सरत निवासी बुजुर्ग भगवान दास ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि 8 साल पहले उन्होंने अपनी 2 बेटियों सुशीला और सुनीता की शादी थाना क्षेत्र के गांव निवासी हंसपुरा निवासी गिर्राज सिंह के बेटे महेश और राहुल से की थी. उन्होंने बताया कि बड़ी बेटी सुशीला के पति महेश की 2 साल पहले हार्ट अटैक से मौत हो गयी थी. उसका एक छोटा बेटा भी है. वहीं, बीती 21 जुलाई को घर में झगडे के दौरान उसकी छोटी गर्भवती बेटी सुनीता को उसके पति राहुल ने छत से फेंक दिया था. जिसकी वजह से सुनीता के पैर में फ्रैक्चर हो गया. सुशीला छोटी बहन सुनीता को बचाने के लिए बीच-बचाव में आई. इसके बाद उसके साथ ससुर, देवर और ननद ने मारपीट की. बुजुर्ग पिता ने बताया कि उसकी दोनों बेटियों को ससुराल में मानसिक और शारीरिक प्रताड़ना दी जा रही है. वह अपनी घायल बेटियों को इलाज के लिए घर ले आए थे. साथ ही डौकी थाना पुलिस में आरोपी ससुरालीजनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था. इसके बाद भी पुलिस आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रही है.
शनिवार को बुजुर्ग भगवान दास अपनी दोनों बेटियों को कई किलोमीटर ठेले पर लादकर आगरा पुलिस मुख्यालय पहुंचकर न्याय की गुहार लगाई. सूचना पर थाने की तमाम महिला पुलिसकर्मी बुजुर्ग के पास पहुंच गई. पीड़ित ने बताया कि पुलिस कमिश्नर डॉ प्रीतिंदर सिंह ने थाना डौकी पुलिस को मुक़दमा दर्ज कर आरोपियों की गिरफ़्तारी के आदेश दिए थे. लेकिन पुलिस ने मुकदमा दर्ज करने के बाद कोई कार्रवाई नहीं की है. इसी बात से नाराज वह अपनी घायल बेटी को ठेले पर रखकर पुलिस मुख्यालय न्याय की फरियाद लेकर पहुंचा है. पीड़ित की फरियाद सुनने के बाद पुलिस ने हर संभव मदद का भरोसा दिलाया है.