आगरा :पुलिस ने शुक्रवार की देर शाम आगरा-कानपुर हाईवे पर कार में चावल कारोबारी मनु अग्रवाल की मौत के मामले का खुलासा कर दिया है. साइंटिफिक, सर्विलांस और इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य के आधार पर डीसीपी पश्चिमी जोन सोनम कुमार ने बताया कि मनु अग्रवाल की हत्या नहीं हुई थी. कारोबारी ने आत्महत्या की थी. वह लंबे समय से बीमारी से परेशान था. उसने कार में बैठकर जान दी थी.
आगरा कानपुर हाईवे पर कार में मिला था शव :कमलानगर थाना क्षेत्र में बल्केश्वर की सीताराम काॅलोनी निवासी 40 वर्षीय मनु अग्रवाल का शव आगरा कानपुर हाईवे पर कार में मिला था. मनु अग्रवाल का चावल का कारोबार था. शव खून से लथपथ था. हत्या और आत्महत्या को लेकर पुलिस ने छानबीन शुरू की. मनु अग्रवाल की मौत के चलते ही गला मंडी मोती गंज बुधवार को व्यापारियों ने बंद रखी थी. कारोबारी मनु अग्रवाल रोजाना की भांति 12 सितंबर 2023 की दोपहर में अपनी गल्ला मंडी मोती गंज स्थित दुकान पर गया था. वहां पर बैठा और इसके बाद 12 सितंबर की देर शाम करीब सात बजे दुकान से घर के लिए कार से निकला था.
पुलिस ने जुटाए साक्ष्य :डीसीपी पश्चिमी जोन सोनम कुमार ने बताया कि, 12 सितंबर की रात में गश्ती पुलिस को हाईवे किनारे खड़ी कार की ड्राइविंग सीट पर कारोबारी मनु अग्रवाल का शव मिला था. हाथ में चाकू था. पुलिस ने मृतक के भाई की शिकायत पर मुकदमा दर्ज किया था. पुलिस ने मौके वैज्ञानिक साक्ष्य जुटाए गए थे. मौके से मिले हर सबूत की गहनता से छानबीन की गई. सर्विलांस टीम और पुलिस टीमों ने मेहनत की. करीब 200 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे देखे. जिसमें कई सबूत मिले. जिसमें कमलानगर का एक सीसीटीवी मिला.