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उधारी की रकम मांगने पर दोस्त ने व्यापारी की हत्या कर यमुना में फेंका, परिवार का थाने पर हंगामा

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Published : Aug 1, 2023, 10:48 PM IST

आगरा पुलिस ने व्यापारी की हत्या का खुलासा करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. वहीं, एक फरार आरोपी की तलाश की जा रही है. इसी के साथ व्यापारी के परिजनों ने पुलिस पर लापरवाही बरतने और पैसे मांगने का आरोप लगाया है.

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आगरा:ताजनगरी से चार दिन पहले लापता हुए व्यापारी की हत्या उसी रात कर दी गई थी. उधारी की रकम मांगने पर ऑटो चालक ने अपने तीन साथियों के साथ व्यापारी की हत्या की साजिश रची थी. जिसके तहत ही फोन करके व्यापारी को बुलाया गया था. जबकि, परिजन उसकी तलाश में ट्रांस यमुना थाना के चक्कर लगा रहे हैं.

वहीं, एक दिन पहले ही यमुना में व्यापारी का शव मिल गया था. जब मंगलवार दोपहर शव की शिनाख्त लापता व्यापारी के रूप में हुई तो परिवार में कोहराम मच गया. गुस्साए परिजन ट्रांस यमुना थाना पर पहुंच गए और हंगामा करते हुए थाने को घेर लिया. इस दौरान परिजनों ने जमकर नारेबाजी की. परिजनों ने पुलिस पर 50 हजार रुपये लेने का आरोप लगाया है. इधर, पुलिस ने लापता व्यापारी की हत्या का खुलासा करके एक टेम्पो चालक को दबोच लिया है. उसने उधारी की रकम मांगने पर व्यापारी की हत्या की थी.

ट्रांस यमुना क्षेत्र के कालिंदी विहार निवासी विनोद कुमार गुप्ता चांदी की पायल का काम था. पत्नी बबीता गुप्ता के मुताबिक 27 जुलाई 2023 की रात करीब साढे़ आठ बजे पति विनोद के मोबाइल पर किसी अनिल का फोन आया था. इसके बाद पति घर 10 मिनट में वापस आने की बात कहकर निकल गए. करीब आधे घंटे बाद जब बबीता ने कॉल किया तो विनोद का फोन नहीं उठा और घंटी जाने के बाद फोन बंद हो गया. 15 मिनट बाद फिर से कॉल किया तो फोन स्विच ऑफ आ रहा था.


24 घंटे में लिखने की बात कहकर पुलिस ने टरकाया:बबीता ने बताया कि एक घंटे बाद भी जब उनका फोन नहीं आया, तो उसने ट्रांस यमुना पुलिस थाना पर शिकायत दी. पुलिस ने बबीता की बात गंभीरता से नहीं ली और कहा कि 24 घंटे बाद आना. बबिता का कहना है कि इसके बाद वह पूरी रात अपने परिजनों के साथ पति विनोद की तलाश करती रहे. 28 जुलाई की सुबह फिर सभी परिजन थाने पहुंचे तब बड़ी मुश्किल से पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज की. इसके बाद बबीता और उनके परिजनों को चार दिन तक कुछ पता नहीं चला. इसके बाद मंगलवार को पुलिस ने बताया कि एक बॉडी मिली है, जिसकी शिनाख्त कर लें. मंडी समिति चौकी पर जैसे ही पुलिस ने बबीता और परिजनों को एक फोटो दिखाई. जिससे पता चला कि विनोद गुप्ता की हत्या हो गई है.

28 जुलाई को मिल गया था शव:एसीपी छत्ता आरके सिंह ने बताया कि 28 जुलाई को यमुना में एक शव मिला था. जिसकी पहचान मंगलवार को परिजनों ने लापता व्यापारी विनोद गुप्ता के रूप में की है. विनोद गुप्ता की हत्या कर यमुना में फेंका गया था. इस मामले में तीन संदिग्ध को हिरासत में लेकर पूछताछ की. जिनसे हत्याकांड का खुलासा हुआ है. पुलिस पर रुपए मांगने का आरोप: लापता व्यापारी की हत्या की खबर से घर में कोहराम मच गया. आक्रोशित परिजन और परिचित ट्रांस यमुना थाना पर पहुंच कर हंगामा किया. व्यापारी की बेटी शैली थाने में चीख चीखकर कहने लगी कि उसके पापा को तलाशने में पुलिस कोई गंभीरता नहीं दिखाई. रात को ही हमने अनिल और राजेश चौहान पर शक जताया था. मगर, पुलिस ने हमारी बात गंभीरता से नहीं ली. पापा को तलाशने के लिए पुलिस ने 50 हजार रुपए मांगे. कहा था कि गाड़ी में डीजल लगेगा. एक दिन पहले ही उन्होंने 50 हजार रुपए लिए. पुलिस भरोसा दिलाती रही कि पापा (विनोद) की लोकेशन मिल गई है और वो सुरक्षित हैं. तुम्हारा बेटा अपने आप गया:ट्रांस यमुना थाना पर व्यापारी का परिवार चीख चीख कर कह रहा था कि पुलिस की लापरवाही से व्यापारी की हत्या हुई है. जब भी पुलिस से पूछा तो यही जबाव मिलता था कि तुम्हारा बेटा अपने आप गया है. दो दिन में अपने आप आ जाएगा. इतना ही नहीं परिजनों को थाने से पफटकार कर भी पुलिस ने भगाया था. जब भी गए तब पुलिस ने कोल्ड ड्रिंक और पानी खरीदवा कर पिया.


गला दबाकर मारा और शव यमुना में फेंका:डीसीपी सिटी सूरज राय ने बताया कि लापता व्यापारी विनोद गुप्ता के परिवार के संदेह और उनके मोबाइल काॅल डिटेल के आधार पर छानबीन शुरू की थी. जिसमें ऑटो चालक अनिल कुमार गुप्ता का नाम सामने आया. जो विनोद कुमार का दोस्त था. दोनों में आपसी लेनदेन था. इस पर अनिल कुमार गुप्ता को मंगलवार दोपहर हिरासत में लेकर पूछताछ की गई. पूछताछ में आरोपी अनिल गुप्ता ने बताया कि उसने 1.75 लाख रुपये विनोद गुप्ता से उधार लिए थे. विनोद उससे अपने रुपए मांग रहे थे. इस पर अनिल ने अपने तीन मित्रों के साथ विनोद कुमार की हत्या की साजिश रची. जिसके तहत फोन करके विनोद को बुलाया. इसके बाद चारों लोग विनोद को अपने साथ यमुना किनारे ले गए. आरोपी अनिल गुप्ता ने आगे बताया कि गला दबाकर विनोद गुप्ता की हत्या की. उसके बाद शव यमुना किनारे फेंक दिया था. यह शव पुलिस को यमुना किनारे एत्मादपुर थाना क्षेत्र में मिला था. इस मामलें में अभी तीन अभियुक्त अनिल और रोहित और विशाल गिरफ्तार कर लिए है. एक आरोपी संजीव फरार है. उसकी तलाश में टीम लगी हैं.


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