आगराःताजनगरी के छत्ता थाना में तैनात सिपाही के कमरे में नर्स फंदे पर लटकी मिली तो पुलिस महकमा में खलबली मच गई. सिपाही ने पुलिस कर्मियों की मदद से आनन फानन में नर्स को एक निजी अस्पताल लेकर पहुंचा, जहां चिकित्सक ने नर्स को मृत घोषित कर दिया. इसके बाद नर्स का शव अस्पताल में छोड़कर सिपाही फरार हो गया. सूचना पर छत्ता थाना और ट्रांस यमुना थाना पुलिस पहुंच गई. नर्स के आत्महत्या के पीछे प्रेम संबंधों का मामला बताया जा रहा है. इस बारे में एसीपी छत्ता आरके सिंह ने बताया कि, नर्स गुरुग्राम के एक अस्पताल में नौकरी करती थी. उसके आत्महत्या करने के बारे में छानबीन की जा रही है.
गुरुग्राम के एक अस्पताल में नर्स थी युवती
एसीपी छत्ता आरके सिंह ने बताया कि हमीरपुर निवासी सिपाही राघवेंद्र छत्ता थाना में तैनात है. राघवेंद्र बेलनगंज में एसीपी कार्यालय के पास ही किराए के कमरे में रहता है. छानबीन में पता चला है कि राघवेंद्र के गृह जनपद हमीरपुर की 22 वर्षीय शोभा गुरुग्राम के एक अस्पताल में नर्स थी. शोभा गुरुवार शाम आगरा आई थी और सिपाही राघवेंद्र के साथ रुकी थी. शुक्रवार की सुबह सिपाही राघवेंद्र कमरे से चला गया तो पीछे से शोभा ने आत्महत्या कर ली.
पुलिस कर रही मामले की जांच
एसीपी छत्ता आरके सिंह ने बताया कि जब कुछ देर बाद सिपाही राघवेंद्र कमरे पर लौटा तो उसने शोभा का शव देखा. इसके बाद साथी पुलिसकर्मियों की मदद से ट्रांस यमुना क्षेत्र के एक अस्पताल लेकर पहुंचा. जहां पर चिकित्सक ने शोभा को मृत घोषित कर दिया. इस मामले की जांच की जा रही है. शव पोस्टमार्टम हाउस में रखवाया गया है. इसके साथ ही नर्स शोभा के परिजन को सूचना दे दी है. उनके आने पर तहरीर के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.
दिल्ली जाने की कहकर घर से निकली थी
छत्ता पुलिस ने बताया कि जब नर्स शोभा के परिजन से संपर्क किया तो उन्होंने बताया कि सिपाही राघवेन्द्र से उसकी मित्रता थी. बेटी गुरुग्राम में नौकरी करती थी. घर से दिल्ली जाने के कहकर निकली थी. आगरा में क्यों उतरी, उसे दिल्ली जाना था. आगरा में रुकने के बारे में भी नहीं बताया था. परिजन का कहना है कि वे इस कुछ समझ नहीं पा रहे हैं.