आगरा: भारतीय महिला क्रिकेट टीम की लेग स्पिनर पूनम यादव को अर्जुन अवॉर्ड के लिए चुना गया है. इसकी जानकारी मिलते ही पूनम यादव के परिजनों को बधाई देने वालों का सिलसिला शुरू हो गया है. पूनम यादव के परिजनों ने एक दूसरे को लड्डू खिलाकर बधाई दी. अंतरराष्ट्रीय किक्रेटर पूनम यादव अभी सिकंदराबाद में रेलवे के कैंप में हैं. पूनम यादव आगरा की चौथी अर्जुन अवार्डी बन गई हैं. पूनम यादव का नाम अर्जुन अवॉर्ड के लिए चयनित होने के बाद ईटीवी भारत ने उनके परिजनों से खास बातचीत की.
ईदगाह कॉलोनी में रहने वाले रिटायर्ड सूबेदार मेजर रघुवीर सिंह और मुन्नी देवी की बेटी पूनम यादव ने अपने क्रिकेट की एबीसीडी आगरा के एकलव्य स्टेडियम में सीखी. इस साल बीसीसीआई की ओर से अर्जुन अवॉर्ड के लिए 4 क्रिकेटरों के नाम भेजे गए थे. इसमें ऑलराउंडर रविंद्र जडेजा, फास्ट बॉलर मोहम्मद शमी, फास्ट बॉलर जसप्रीत बुमराह और महिला क्रिकेट टीम की स्टार लेग स्पिनर पूनम यादव का नाम शामिल था. अर्जुन अवॉर्ड के लिए फाइनल हुई लिस्ट में रविंद्र जडेजा और पूनम यादव को चुना गया है. पूनम यादव का नाम चुने जाने की जानकारी मिलते ही उनके परिवार में बधाई देने वालों का तांता लग गया. सभी लोग एक दूसरे को मिठाई खिलाकर खुशी जाहिर कर रहे हैं.
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पूनम यादव के पिता रिटायर्ड सूबेदार मेजर रघुवीर सिंह ने बताया कि उनकी बेटी होनहार है. एक कहावत के जरिए उन्होंने बताया कि 'होनहार बिरवान के होत चिकने पात', पूनम यादव का भी यही हाल है. उन्होंने बताया कि आठ साल की उम्र में जिद और जुनून से वह एकलव्य स्टेडियम पहुंचीं और क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया. पूनम के पिता का कहना है कि 'आज मैं बहुत खुश हूं, हमें यह उम्मीद नहीं थी. हमने बेटा और बेटी में अंतर नहीं रखा. बेटियों को भी ऐसे ही मौके दिए. इस मौके को भुनाकर आज पूनम यहां पहुंची है. पूनम यादव में क्रिकेट खेलने का जुनून है और उस जुनून के दम पर ही आज यहां तक पहुंची है'.