आगरा: फेसबुक पर वायुसेना का एक अधिकारी हनी ट्रैप का शिकार हुआ है. अधिकारी फेसबुक पर जिस पूजा से बात करता था. वह पूजा नहीं, अधिकारी का रिश्ते का भाई निकला. आरोपी ने पूजा के नाम से फर्जी आईडी बनाई और अधिकारी से दोस्ती की. इसके बाद फोटो और वीडियो के माध्यम से अधिकारी को ब्लैकमेल करके उससे लगातार रुपये जमा करने को कह रहा था. वायुसेना अधिकारी की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी बल्देव सिंह को गिरफ्तार कर लिया है. उससे पूछताछ की जा रही है. उससे मोबाइल बरामद हुआ है.
हनी ट्रैप: वायुसेना अधिकारी की 'पूजा' निकली चचेरा भाई, जानें पूरा मामला
वायुसेना अधिकारी की फेसबुक पर पूजा नाम की लड़की से दोस्ती हुई. उसके बाद मैसेंजर पर चैट होने लगी. इसी दौरान उसके कुछ वीडियो रिकॉर्ड कर लिए गए फिर उसे ब्लैक मेल किया जाने लगा. जब पुलिस ने आरोपी को पकड़ा तो वह एयरफोर्स कर्मी का चचेरा भाई निकला.
अकोला निवासी वायुसेना अधिकारी अभी अंबाला में तैनात है. लॉक डाउन में उसके पास फेसबुक पर पूजा नाम की आईडी से फ्रेंड रिक्वेस्ट आई. अधिकारी को प्रोफाइल पर पंजाब लिखा होने पर युवती की फ्रेंड रिक्वेस्ट स्वीकार कर ली. दोनों फेसबुक मैसेंजर पर बात करने लगे. फेसबुक प्रोफाइल पर पूजा की फोटो देखकर अधिकारी ने उसे अच्छे परिवार की समझा. चैटिंग के दौरान अधिकारी से वीडियो कॉल करने के लिए कहा गया. अधिकारी ने वीडियो कॉल किया तो उसे रिकॉर्ड कर लिया.
बदनाम करने की धमकी दी
अछनेरा के प्रभारी निरीक्षक उदयवीर मलिक ने बताया कि आरोपी बल्देव लगातार वीडियो और फोटो को अश्लील बनाकर बदनाम करने की धमकी दे रहा था. अधिकारी से आरोपी कभी 10 हजार रुपये तो कभी 60 हजार रुपये मांग रहा था. इससे परेशान अधिकारी ने पुलिस से शिकायत की, जिस पर छानबीन कर आरोपी को दबोचा गया है.
यूं पहुंची पुलिस
वायुसेना अधिकारी ने जुलाई 2020 में एसएसपी बबलू कुमार से शिकायत की. एसएसपी ने साइबर सेल से जांच कराई. आरोपी की फेसबुक आईडी बंद करा दी और फेसबुक से उसकी जानकारी मांगी. आरोपी के खिलाफ थाना कागारौल में आईटी एक्ट और चौथ मांगने का मुकदमा दर्ज किया गया. जब फेसबुक से मिली जानकारी से पुलिस आरोपी बल्देव सिंह तक पहुंची तो वह अधिकारी का पड़ोसी और रिश्ते का भाई निकला.
सेना की नौकरी छोड़ आया
इंस्पेक्टर उदयवीर मलिक का कहना है कि आरोपी बल्देव सिंह और पीड़ित वायुसेना अधिकारी पड़ोसी हैं. दोनों रिश्ते में चचेरे भाई लगते हैं. आरोपी बल्देव सिंह स्नातक है. आरोपी फौज में भर्ती था और जम्मू कश्मीर में भी तैनात रहा था. मगर, अब वह नौकरी पर नहीं जा रहा है.