आगरा: जिला जेल में हत्या के आरोप में सजा काट रहे पति की मृत्यु पर, कांग्रेस की प्रदेश उपाध्यक्ष शबाना खंडेलवाल ने जेल प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं. शबाना का आरोप है कि जेल में बंद उनके पति रवि खंडेलवाल को बीमार होने के बावजूद, 16 अप्रैल को जेल में ही वैक्सीन लगाई गई. इसके बाद कोरोना संक्रमित होने पर उन्हें लखनऊ रेफर किया गया. जहां इलाज के दौरान 14 मई को उनकी मौत हो गई.
शबाना खंडेलवाल का आरोप है कि जेल प्रशासन के अधिकारियों की लापरवाही के कारण उनके पति की मृत्यु हुई है. कहा- पति की तबीयत खराब होने पर भी जेल प्रशासन ने उन्हें कोई जानकारी नहीं दी.
पति ने चिठ्ठी में किया था बीमारी का जिक्र
कांग्रेस नेता के अनुसार 12 अप्रैल को रवि खंडेलवाल ने जेल से पत्नी शबाना खंडेलवाल को लिखी गई एक चिठ्ठी में बीमारी का जिक्र किया था, जिसमें उन्होंने लिखा था 'मुझको कुछ दिनों से बुखार आ रहा है'. 'दवा खाने पर बुखार ठीक हो जाता है' और 'दवा का असर खत्म होने पर फिर बुखार' आ जाता है. 'हाथ, पैरों में दर्द रहता' है. 'मेरी तबीयत बहुत ज्यादा खराब' है.
जेल में रवि खंडेलवाल द्वारा लिखी गई चिठ्ठी इसे भी पढ़ें-तीन तलाक पीड़िताओं की कांग्रेस नेत्री ने उठाई आवाज
पत्नी ने जिला जेल प्रशासन के अधिकारियों से किए प्रश्न
- रवि खंडेलवाल को बुखार आने की जेल प्रशासन को जानकारी थी, इसके बावजूद कोविड वैक्सीन क्यों लगाई ?
- वैक्सीनेशन के बाद लगातार बुखार आता रहा. कोरोना के लक्षण दिखने पर भी उनकी जांच क्यों नहीं कराई गई?
- कोरोना पॉजिटिव होने पर भी इलाज के लिए रेफर क्यों नहीं किया?
- पति की तबीयत खराब होने की जानकारी मांगने पर भी जिला जेल प्रशासन क्यों अनसुना करता रहा. बार-बार झूठ बोला कि उनके पति ठीक हैं, ऐसा क्यों किया गया?
शबाना ने कहा कि लखनऊ में रेफर करने पर कोई व्यवस्था नहीं की गई. फिर उन्होंने स्वयं अपने सोर्स से पति को भर्ती कराया. उन्होंने बताया कि 14 मई को मेरे पति की किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी में मृत्यु हो गई. आरोप है कि जिला कारागार के अधिकारियों ने जान बूझकर ऐसा किया है और वो मौत के जिम्मेदार हैं. शबाना के आरोपों के बाद जिला जेल मुख्य अधीक्षक पीडी सलोनिया ने कहा कि जुडिशल जांच कराई जाएगी. शबाना खंडेलवाल का भी पक्ष रखा जाएगा. जो भी दोषी होगा उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.