आगरा: ताजमहल सहित पांच इमारतों में स्थित शौचालय की साफ-सफाई के लिए रखे गए कर्मचारी हड़ताल पर हैं. दरअसल आउटसोर्सिंग पर रखे गए 28 कर्मचारी चार महीनों से वेतन न मिलने के कारण हड़ताल पर हैं. सफाई कर्मचारियों ने सख्त लहजे में चेतावनी देते हुए कहा कि जब तक वेतन नहीं दिया जाएगा वे काम पर नहीं आएंगे.
ताजमहल, आगरा किला, फतेहपुर सीकरी, सिकंदरा और एत्माउद्दौला मकबरा में साफ-सफाई के लिये कर्मचारियों को आउटसोर्सिंग पर रखा गया है. गुरुवार को सफाई कर्मचारी वेतन का भुगतान न होने की शिकायत लेकर जिलाधिकारी से मिलने पहुंचे, लेकिन जिलाधिकारी के कार्यालय में मौजूद न होने के कारण कर्मचारी शिकायती पत्र सौंपकर वापस लौट आए.
वेतन न मिलने के कारण हड़ताल पर सफाई कर्मचारी. सफाई कर्मचारियों का कहना है कि
उन्हें पिछले चार महीनों से कंपनी की तरफ से वेतन का भुगतान नहीं किया. वेतन न मिलने के कारण कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. कर्मचारियों का आरोप है कि वेतन मांगने पर कंपनी के अधिकारी नौकरी से निकालने की धमकी देते हैं. एएसआई के अधिकारियों से भी इस बारे में बात की गई, लेकिन अभी तक हमारी समस्या का समाधान नहीं हुआ है.
वेतन न मिलने से खासा नाराज हैं कर्मी
वह सिकंदरा मकबरा में ड्यूटी पर है. पिछले तीन महीने से वेतन नहीं मिला है. पैसों की कमी के कारण परिवार का खर्च चलाना भी मुश्किल हो रहा है. वहीं सफाई कर्मी सुनीता ने ईटीवी भारत से बातचीत में कहा कि कंपनी के अधिकारी रुपये मांगने पर हर बार आज या कल का बहाना बनाकर टाल देते हैं. अभी तक हमें पैसों का भुगतान नहीं हुआ है.
ईटीवी भारत से बयां किया दर्द
सभी 5 मोनुमेंट्स पर 28 कर्मचारी तैनात है. इसमें सबसे ज्यादा ताजमहल पर 8 कर्मचारी हैं. सिकंदरा, आगरा किला, एत्माउद्दौला और फतेहपुर सीकरी में सफाई कर्मचारी शौचालय की सफाई करते हैं. सफाई कर्मी रवि ने कहा कि वेतन समय पर न मिलने की वजह से हमारे एक साथी की पत्नी की भी मौत हो चुकी है. क्योंकि डिलीवरी के दौरान जब साथी की पत्नी की तबीयत खराब हुई तो उसके पास पैसे नहीं थे.