आगरा: किसानों की आय बढ़ाने के लिए केंद्र और राज्य सरकार भी कई योजनाएं चला रही हैं. आगरा में किसान खारे पानी की समस्या से जूझ रहे हैं. लेकिन ये खारा पानी भी मछली पालन करने पर वरदान साबित हो सकता है. मत्स्य पालन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि तमाम ऐसी मछलियों की प्रजाति हैं, जो खारे पानी में ही पाली जाती हैं. इसलिए आगरा के किसानों को मछली पालन की जानकारी दी जा रही है.
आगरा में नीली क्रांति पर जोर, खारे पानी में मछली पालन कर बढ़ेगी किसानों की आमदनी
किसानों की आय दोगुनी करने के लिए केंद्र और राज्य सरकार लगातार प्रयास कर रही है. किसान अत्याधुनिक तकनीक अपनाकर और सरकारी मदद से अपनी आमदनी बढ़ा सकें. मत्स्य पालन विभाग अब जिले के किसानों को मछली पालन की जानकारी के साथ ही सरकारी मदद और अत्याधुनिक तकनीक की जानकारी दे रहा है.
किसानों को मछली पालन की जानकारी दी गई
क्या कहते हैं मत्स्य पालन विभाग के आगरा व अलीगढ़ मंडल के उप निदेशक पुनीत कुमार-
- नीली क्रांति पर केंद्र और राज्य सरकार दोनों का ही जोर है.
- किसानों की आय बढ़ाने के लिए में नीली क्रांति बहुत अहम भूमिका निभा सकती है.
- आगरा और अलीगढ़ मंडल के सभी जिलों के किसान भाइयों को मछली पालन की तमाम योजनाओं की जानकारी दी जा रही है.
- किसानों को अत्याधुनिक तकनीक यानी आरएस तकनीक से मछली पालन करने के बारे में भी जानकारी दी जा रही है.
- सरकारी योजनाओं से मछली पालन करने पर मिलने वाली सब्सिडी की जानकारी दी जा रही है.
- आगरा में खारा पानी सबसे ज्यादा है और यह खारा पानी किसानों के लिए सबसे बड़ी समस्या बना हुआ है.
- मछली की तमाम प्रजातियां खारे पानी में पाई जाती हैं और मार्केट में बहुत महंगी बिकती है.
- किसान खारे पानी में मछली पालन कर अपनी आय को दो से तीन गुना बढ़ा सकते हैं.