आगरा: ताजनगरी के दिवंगत पूर्व विधायक जगन प्रसाद के बेटे और पत्नी हत्या के आरोप में फंस गए हैं. थाना लोहामंडी पुलिस ने अदालत के आदेश पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के दिवंगत विधायक जगन प्रसाद गर्ग के बेटों सौरभ, वैभव गर्ग और पत्नी लक्ष्मी देवी के खिलाफ हत्या, आपराधिक साजिश और साक्ष्य नष्ट करने की का मुकदमा दर्ज किया गया है. पुलिस का कहना है कि मामले में विवेचना शुरू कर दी गई है.
पांच बार विधायक रहे दिवंगत जगन प्रसाद गर्ग के परिवार पर खंडेलवाल कालोनी, रिंग रोड निवासी प्रीति मित्तल ने आरोप लगाया है. प्रीति मित्तल ने अदालत में एक प्रार्थना पत्र दिया था, जिसमें लिखा है कि उनके पति मनोज मित्तल से भाजपा के विधायक रहे जगन प्रसाद गर्ग ने दस लाख रुपये उधार लिए थे. इसके बदले में दो चेक पांच-पांच लाख रुपये देना बैंक के दिए थे. सन 2019 में विधायक जगन प्रसाद गर्ग की मौत होने पर पति मनोज मित्तल ने विधायक जगन प्रसाद गर्ग के बेटों वैभव गर्ग और सौरभ गर्ग से उधार का तगादा किया तो तीन महीने में रकम लौटाने का आश्वासन मिला था.
तगादा करने गए पति का मिला था शव
प्रीति मित्तल का आरोप है कि पति से आरोपियों ने कई बार रुपये देने का वादे किया. 17 फरवरी 2020 को उनके पति रुपये लेने गए, तो सौरभ और वैभव ने उन्हें अगले दिन सुबह आठ बजे बुलाया. 18 फरवरी 2020 को वह रुपये लेने गए. मनोज मित्तल नीरज डेयरी पहुंचे. यहां से वैभव और सौरभ उन्हें अपने घर मदिया कटरा ले गए, जहां से फिर वह लौटकर नहीं आए. उसी दिन दोपहर में पति का शव गोकुल बैराज, मथुरा के गेट नंबर 14 पर मिला था.