आगरा: जिले में कोविड काल और कैंसर जैसी बीमारी को लेकर चिकित्सक संवेदनशील नहीं हैं. एसएन मेडिकल कॉलेज में कैंसर पीड़िता चार दिन तक कीमोथेरेपी के लिए चक्कर लगाती रही. जब मामला प्राचार्य तक पहुंचा और प्राचार्य ने हस्तक्षेप किया तो फिर कहीं कैंसर पीड़िता की शुक्रवार को कीमोथेरेपी हुई है.
कीमोथेरेपी कराने को कैंसर रोगी ने चार दिन लगाए चक्कर
यूपी के आगरा जिले में कोविड काल और कैंसर जैसी बीमारी को लेकर चिकित्सक संवेदनशील नहीं हैं. एसएन मेडिकल कॉलेज में कैंसर पीड़िता चार दिन तक कीमोथेरेपी के लिए चक्कर लगाती रही.
टूंडला (फिरोजाबाद) की रहने वाली 44 वर्षीय राजेंद्री देवी कैंसर पीड़िता हैं. उनका लंबे समय से एसएनएमसी में इलाज चल रहा है. आयुष्मान कार्ड धारक राजेंद्री चार दिनों से एसएन मेडिकल कॉलेज में कीमोथेरेपी के लिए चक्कर लगा रही थीं. दिक्कत यह कि कीमोथेरेपी के लिए जरूरी दवाइयां आयुष्मान की फार्मेसी पर उपलब्ध नहीं थीं. हर दिन कैंसर पीड़िता टूंडला से एसएन मेडिकल कॉलेज आकर शाम को लौट रही थीं.
यह बात शुक्रवार को एसएन मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. संजय काला को पता हुई. उन्होंने आयुष्मान फार्मेसी पर दवाओं की उपलब्धता का पता कराया. फार्मेसी पर दवाएं आ गई थीं. प्राचार्य ने तत्काल कीमो शुरू करने के आदेश दिए. तब कहीं जाकर मरीज को इलाज मिल पाया. बता दें कि बीते दिनों भी ऐसे ही अन्य मरीजों को समय से इलाज नहीं मिल पाया था. तब भी प्राचार्य के दखल पर मरीजों को भर्ती किया गया था.