आगरा:आगरा लोकसभा सीट से सांसद एसपी सिंह बघेल की मुश्किलें अब बढ़ने वाली हैं. हाईकोर्ट द्वारा उनके प्रमाणपत्रों पर सुनवाई के लिए आगामी 23 अक्टूबर की तारीख तय की है और इस बार उनके हाजिर न होने पर एक तरफा फैसला सुनाने की बात कही है. रविवार को शहर से बसपा प्रत्याशी रहे मनोज सोनी ने प्रेस वार्ता के माध्यम से यह जानकारी दी है और साथ ही अपनी जान को खतरा भी बताया.
मीडिया से बातचीत करते बसपा नेता. बता दें कि जब एसपी सिंह बघेल फिरोजबाद की टूंडला विधानसभा सीट से विधायक पद पर चुनाव लड़े थे, तभी से उनके ऊपर जाति गलत दर्शाने का आरोप लगा था. उन पर आरोप है कि आगरा कॉलेज में नौकरी के दौरान वो ओबीसी थे. बसपा राज्यसभा सांसद रहने के बाद भाजपा के पिछड़ा वर्ग के अध्यक्ष भी वो रहे हैं और इसके बाद उन्होंने दबाव में खुद का एससी का सर्टिफिकेट बनवाया और दोनों चुनाव लड़े. ये भी पढ़ें: आगरा: ग्रीन गैस की पाइप फटने से मचा हड़कंप, टला बड़ा हादसा
मनोज सोनी के अनुसार इस मामले का निर्णय आने पर जो दूसरे नम्बर पर आया प्रत्याशी होगा, वो विजयी घोषित होगा. वहीं सूत्रों की माने तो आज हाईकोर्ट द्वारा सांसद एसपी सिंह बघेल के घर पर नोटिस भी चस्पा हुआ है और आगामी 23 अक्टूबर को उन्हें न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत होना है.
बसपा प्रत्याशी ने चुनाव हारते ही उनके खिलाफ याचिका दाखिल की थी और पूर्व में टूंडला विधानसभा पर भी उनपर बैकवर्ड की जगह अनुसूचित जाति का दिखाकर रिजर्व सीट से चुनाव लड़ने का मामला न्यायालय में विचाराधीन है.
ये भी पढ़ें: कॉरपोरेट टैक्स में छूट से यूपी में बढ़ेगा निवेश: सीएम योगी
एसपी सिंह बघेल यूपी भाजपा सरकार में मंत्री थे और वर्तमान में आगरा सुरक्षित लोकसभा क्षेत्र के सांसद हैं. फिलहाल उनकी तरफ से मामले में कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है.