आगरा: दीपावली की रात हुई आतिशबाजी से आगरा की हवा जहरीली और दमघोंटू हो गई है. दीपावली पर खूब चले बम पटाखों से मंगलवार सुबह आगरा की हवा डार्क जोन में पहुंच गई. मंगलवार सुबह आठ बजे आगरा के संजय प्लेस में एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) 322 था. शहर में आतिशबाजी ने प्रदूषण बढ़ा दिया. न सिर्फ धूल-धुएं के कण बढ़ गए. बल्कि, खतरनाक गैसें जैसे सल्फर डाइऑक्साइड, कार्बन मोनोऑक्साइड, नाइट्रोजन डाइऑक्साइड समेत अन्य का हवा में स्तर बढ़ गया है. यूपी में मंगलवार सुबह सबसे ज्यादा प्रदूषित नोएडा और दूसरे नम्बर पर आगरा रहा. नोएडा में एक्यूआई 349 रहा. आतिशबाजी से हुए प्रदूषण का असर वाराणसी में भी देखने को मिला. वाराणसी में एयर क्वालिटी इंडेक्स में मामूली बढ़ोतरी दर्ज की गई है.
बता दें कि आगरा में दीपावली पर सुबह से रात तक बम पटाखें चले. लोगों ने खूल फुलझड़ी और चकई के साथ अनार चलाए. इसके बाद सोमवार रात आठ बजे के बाद बम पटाखों की आवाज गूंजने लगी. देर रात तक पॉश कॉलोनी से लेकर बस्तियों में पटाखे चले. जिससे हवा में प्रदूषण का जहर घुल गया.
पीएम 2.5 का स्तर बढ़ा
आगरा में दीपावली पर हुए धूम धड़ाका से हवा में जहरीली गैसों के साथ ही सूक्ष्म कणों का स्तर बढ़ गया है. सूक्ष्म कण सांस लेने पर फेंफड़ों तक पहुंच जाते हैं. इससे सांस की बीमारी, अस्थमा के मरीजों की सांस उखड़ने लगती है. जबकि, सामान्य लोगों के नाक और गले के साथ आंख में जलन होने लगती है.
ये हैं मानक
केंद्रीय प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड (सीपीसीबी) की गाइडलाइन के अनुसार हवा में घुली अति सूक्ष्म कणों की मात्रा 60 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर व धूल कणों की मात्रा 100 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर से अधिक नहीं होनी चाहिए.
इसे भी पढ़े-दीपावली की रात बरेली में आग का तांडव, 10 जगहों पर आग लगने से लाखों का नुकसान