आगरा: ताजनगरी आगरा के सूरसदन सभागार में रविवार को सनातन विचार मंच की विप्र महापंचायत हुई, जिसमें यूपी के कानून मंत्री ब्रजेश पाठक और ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा बतौर मुख्य अतिथि शिरकत किए. कानून मंत्री ब्रजेश पाठक ने जब कार्यक्रम में सरकार के काम गिनाए तो भाजपा नेता और कांग्रेस नेताओं ने मंत्री के सामने ही हंगामा शुरू कर दिया. वहीं, गुस्साए भाजपा नेता ने मंच पर चढ़कर मंत्री के सामने अपना विरोध जाहिर किया.
हालांकि, हंगामा होने पर कार्यक्रम आयोजक और मंत्री श्रीकांत शर्मा ने भाजपा नेता को समझा बुझाकर शांत कराया गया. मगर, काननू मंत्री ब्रजेश पाठक कार्यक्रम छोड़कर चले गए. जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. दरअसल, सूरसदन में आयोजित विप्र महापंचायत में यूपी सरकार के काननू मंत्री ब्रजेश पाठक और ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा अतिथि थे.
सूबे के कानून मंत्री ब्रजेश पाठक पर भड़के भाजपा नेता इसे भी पढ़ें - चुनाव से पहले हवाई गारंटी, कोई दे रहा मुस्लिमों को आरक्षण तो कोई बांट रहा स्कूटी- स्मार्टफोन!
कार्यक्रम में जब कानून मंत्री ब्रजेश पाठक मंच से बोलने लगे तो उन्होंने मंच से सरकार के कार्य गिनाना शुरू कर दिया. इस पर सूरसदन सभागार में मौजूद लोगों ने विरोध किया. कहा गया कि यह समाज का कार्यक्रम है. इसमें राजनीति की बातें नहीं होनी चाहिए. लेकिन मंत्री जी लगातार बोलते रहे.
इसी बीच भाजपा नेता मधुसूदन शर्मा और कांग्रेस नेता अपूर्व शर्मा सहित अन्य कई लोग मंच पर पहुंच गए और हंगामा शुरू कर दिया. हंगामा कर रहे लोगों का कहना था कि समाज के कार्यक्रम में राजनीति ठीक नहीं है. यही कारण है कि मंत्री जी को कई बार पार्टी से संबंधित बातों को यहां न रखने को कहा गया, पर वे नहीं मानें.
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो...
भाजपा नेता मधुसूदन शर्मा ने मंच पर पहुंचकर माइक हाथ में लेकर मंत्री की बात का विरोध किया. उन्होंने कहा कि यूपी सरकार में ब्राह्मणों पर अत्याचार हो रहा है. उनकी सुनवाई नहीं हो रही है. पार्टी में उनका भी अपमान हुआ है. आप समाज के कार्यक्रम में सरकार की उपलब्धियां गिना रहे हैं. वहीं, कांग्रेस नेता अपूर्व शर्मा ने कहा कि जब अकोला में सतीश प्रधान की हत्या हुई. तब उसके परिवार की मदद को कोई नहीं आया था.
यह देखकर मंच पर मौजूद जिम्मेदार लोगों ने उन्हें चुप कराने का प्रयास किया. लेकिन मधुसूदन शर्मा और अपूर्व शर्मा लगातार बोलते रहे. जैसे-तैसे ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने बड़ी मुश्किल से दोनों को शांत कराया. हालांकि उनके शांत होते ही काननू मंत्री कार्यक्रम को बीच में छोड़कर चले गए.