आगरा: कृषि विधेयक को लेकर किसान आंदोलन कर रहे हैं. लगातार किसान उग्र हो रहे हैं. अब किसानों ने आगामी 6 फरवरी को भारत बंद का ऐलान किया है. किसानों के प्रस्तावित चक्का जाम और जाट आंदोलन को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने अब नई रणनीति बनाई है. भाजपा अब पार्टी के जाट नेताओं को फ्रंट लाइन पर ले आई है. इसका असर आगरा में भी देखने के लिए मिल रहा है. भाजपा के किसान मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व फतेहपुर सीकरी से सांसद राजकुमार चाहर ने बुधवार को किसानों के चक्का जाम को लेकर अपील की है कि, किसान ऐसा नहीं करें.
भाजपा किसान मोर्चा की किसानों से अपील. क्योंकि, हाल में 26 जनवरी पर जो हुआ था. उससे दुनियां में देश शर्मसार हुआ था. असामाजिक तत्व आंदोलन में शामिल होकर किसानों की किरकिरी कराते हैं. इसलिए सभी से अपील है कि, ऐसा नहीं करें. भाजपा सरकार किसानों के साथ है. उनका सम्मान करती है. सांसद राजकुमार चाहर ने कहा कि कांग्रेस और विपक्षी नेताओं ने कृषि विधेयक को लेकर भ्रम फैलाया है. जिससे किसान भ्रमित हो रहा है.
कांग्रेस कर रही कृषि विधेयक पर कोरी राजनीति
सांसद राजकुमार चाहर ने बताया कि, आज जो तीन कृषि विधेयक को लेकर नाराजगी व्यक्त करने का माहौल पैदा किया गया है. वो 100 फीसदी भ्रम है. इन तीन कृषि विधेयकों से किसानों के जीवन में सकारात्मक बदलाव आएंगे. निश्चित रूप से किसानों की आय बढ़ेगी. मंडी मजबूत होंगी. एमएसपी भी बढ़ेगी. यह देश के पीएम मोदी ने भी कहा है और हम भी बार-बार यही कह रहे हैं. लेकिन, कांग्रेस सहित अन्य दलों के नेताओं को जो लोकतांत्रिक व्यवस्था में पीएम मोदी से परास्त हो चुके हैं. उनके पास कोई मुद्दा नहीं है. इसलिए किसानों के मन में भ्रम डाल कर कोरी राजनीति कर रहे हैं.
भाजपा सरकार में किसान करेगा खुशहाली
सांसद राजकुमार चाहर ने कहा कि, 6 तारीख को किसानों का चक्का जाम का ऐलान है. मेरी किसानों से अपील है कि, वे ऐसा चक्का जाम नहीं करें. क्योंकि, इससे किसान बिरादरी बदनाम होती है. अराजक तत्व उसमें घुस जाते हैं. जो माहौल बिगाड़ने का काम करते हैं. 26 जनवरी की घटना को हम सब देख चुके हैं. जिससे पूरा देश शर्मसार हुआ है. दुनिया भर में भारत की बदनामी हुई है. इसकी पुनरावृत्ति नहीं हो. भाजपा सरकार में किसान का मान रहेगा. पूरा सम्मान रहेगा. किसान का स्वाभिमान भी रहेगा. किसान की पगड़ी भी मजबूत रहेगी.
मोदी सरकार पहले ही स्पष्ट कर चुकी है. कि, 65 करोड़ किसानों के लिए कृषि विधेयक वापस नहीं होगा. पीएम मोदी और भाजपा इस बात का भी दावा करती है कि, किसी भी किसान की जमीन को नहीं छीना जाएगा.