आगरा:ताजनगरी में जिला पंचायत अध्यक्ष (zila panchayat adhyaksha election) की कुर्सी का फैसला 3 जुलाई को होगा. त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव परिणाम के बाद से भाजपा और बसपा के बीच अध्यक्ष की 'कुर्सी' का सीधा मुकाबला है. दोनों दल के नेता जोड़तोड़ में लगे हैं. जिले में 51 जिला पंचायत सदस्य हैं, जिसमें से सर्वाधिक 20 पंचायत सदस्य बसपा के हैं, जबकि भाजपा के 18 उम्मीदवार जीते हैं. सपा के पांच और निर्दलीय भी पांच जिला पंचायत सदस्य हैं. ऐसे में अध्यक्ष की 'कुर्सी' के लिए जादुई अंक 26 है, जो अब पांच निर्दलीय के 'आशीर्वाद' पर टिका है. वहीं सपा ने अपना रुख साफ कर दिया है कि भाजपा को जो हराएगा, सपा के सदस्य उसके साथ होंगे.
तख्ता पलटकर भाजपा ने पाई थी 'कुर्सी'
बता दें कि सन 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को बहुमत मिला और योगी आदित्यनाथ मुख्यमंत्री बने. इसके बाद आगरा में भाजपा ने तख्ता पलट करके मार्च-2018 में जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी पर कब्जा कर लिया. तब भाजपा के प्रबल प्रताप बघेल ने बहुमत सिद्ध कर सपा के कुशल यादव से अध्यक्ष की 'कुर्सी' छीनी थी. हालांकि इसके बाद एक बार फिर जिला पंचायत सदस्यों ने बगावत कर दी, जिससे वर्ष 2019 में प्रबल प्रताप की अध्यक्षी जाते-जाते बची.
निर्दलीय करेंगे उलटफेर
बता दें कि अभी तक जिला पंचायत अध्यक्ष की 'कुर्सी' पर भाजपा का कब्जा था. ऐसे में भाजपा (bjp) का वर्चस्व दांव पर है. भाजपा को कुर्सी की जंग का जादुई आंकडा छूने के लिए आठ सदस्यों की जरूरत है. वहीं जिला पंचायत सदस्य चुनाव में सबसे बडी पार्टी बनी बसपा के 20 सदस्य हैं. बसपा भी बहुमत से छह अंक दूर है. ऐसे में भाजपा और बसपा की नजर निर्दलीय और बागी जिला पंचायत सदस्यों पर है. निर्दलीय और बागी के उलटफेर से ही अध्यक्ष की 'कुर्सी' मिलेगी.
भाजपा ने चार प्रत्याशियों के नाम भेजे
जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव (zila panchayat adhyaksha election) की डुगडुगी बज गई है, लेकिन अभी तक भाजपा और बसपा (bsp) की ओर से अपना प्रत्याशी घोषित नहीं किया है. भाजपा जिलाध्यक्ष गिर्राज कुशवाह का कहना है कि यह चुनाव नंबर गेम का है. भाजपा इसमें सबसे आगे है. भाजापा के 18 सदस्य हैं. आठ सदस्य बागी हैं, जो अब पार्टी के साथ हैं. निर्दलीय भी पार्टी के साथ हैं. इसलिए अध्यक्ष भाजपा का होगा. आगरा से अध्यक्ष के लिए जीते चार प्रत्याशियों के पूजा भदौरिया, बबिता चैहान, मंजू भदौरिया और रजनीश दुबे के नाम पैनल ने मुख्यालय भेजे हैं. इनमें से कोई एक चुनाव मैदान में होगा.