आगरा: थाना मंसुखपुरा क्षेत्र में भाकियू टिकैत गुट के कार्यकर्ताओं ने थाना परिसर में धरना दिया. गांव करकौली में 4 दिन पहले दो पक्षों में झगड़ा हुआ था. इस मामले में नामजद ग्राम प्रधान के बेटों को पुलिस ने गिरफ्तार किया था. गिरफ्तारी के विरोध में ग्राम प्रधान के समर्थक थाना परिसर में धरने पर बैठ गए. इस दौरान जमकर हंगामा किया और दोनों युवकों को छोड़ने की मांग की.
जानकारी के अनुसार 4 दिन पहले करकौली गांव में चोरी की गाडी को लेकर दो पक्षों में झगड़ा हो गया था. जिसमें दोनों पक्षों में जमकर लाठी-डंडे चले, कई लोग घायल हो गए. पुलिस ने पीड़ित पक्ष राजकुमार की तहरीर पर करकोली गांव के प्रधान पुत्र सुदीप और उमादीप सहित 14 लोगों के खिलाफ संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज किया था.
जहां पुलिस ने बुधवार को मुकदमे में नामजद सुदीप और उमादीप को दबिश देकर गिरफ्तार कर लिया था. वहीं, प्रधान मल्ला देवी के पति महेंद्र सिंह भारतीय किसान यूनियन टिकैत के कार्यकर्ता हैं. दोनों पुत्रों की गिरफ्तारी को लेकर उन्होंने भारतीय किसान यूनियन के उच्च पदाधिकारियों से बात की.
बुधवार की रात कार्यकर्ता थाने पहुंचे, जहां उन्होंने दोनों गिरफ्तार युवकों को पुलिस से छोड़ने के लिए कहा. पुलिस के नहीं मानने पर गिरफ्तारी के विरोध में सभी कार्यकर्ता रात से ही धरने पर बैठ गए. जिस पर पुलिस ने दबाव बनता देख गुरुवार को सुबह दर्ज मामले में दोनों युवकों को चालान कर दूसरे रास्ते से जेल भेज दिया. वहीं, गुरुवार को भाकियू जिलाध्यक्ष राजवीर लवानिया (BKU District President Rajveer Lavania) अन्य कार्यकर्ताओं के साथ थाना परिसर पहुंचे और पुलिस कार्यप्रणाली पर नाराजगी जताई.
धरना प्रदर्शन में बाह विधानसभा क्षेत्र (Bah assembly constituency)से बसपा प्रत्याशी नितिन वर्मा निषाद (BSP candidate Nitin Verma Nishad) भी अपने समर्थकों के साथ पहुंच गए. धरने और हंगामे की सूचना पर क्षेत्राधिकारी दिनेश कुमार सिंह पिढोरा, बसई अरेला के थानाध्यक्ष पुलिस कर्मियों सहित एक प्लाटून पीएसी बल के साथ मौके पर पहुंचे. जहां उन्होंने धरना प्रदर्शन कर रहे सभी भारतीय किसान यूनियन (Indian Farmer's Union) के कार्यकर्ताओं को समझाने का प्रयास किया.