आगरा:ताजनगरी की जनता को 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले मेट्रो की सौगात मिल जाएगी. जी हां फतेहाबाद रोड से जामा मस्जिद तक प्रॉयरिटी कॉरिडोर में मेट्रो ट्रैक निर्माण कार्य तेजी से शुरू हो गया. इतना ही नहीं ताजवासियों की सेहत को ध्यान में रखते हुए उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (यूपीएमआरसी) मेट्रो निर्माण कार्य की हर साइट पर पॉल्यूशन और डस्ट कंट्रोल पर अधिक जोर दे रहा है. इस दौरान यूपीएमआरसी की ओर से एंटी स्मॉग गन, पानी के टैंकर से छिड़काव, वाहनों के टायरों की धुलाई और ग्रीन नेट का प्रयोग हो रहा है. इसके साथ ही एयर क्वॉलिटी की जांच भी की जा रही है.
दरअसल, आगरा में मेट्रो प्रोजेक्ट दो कॉरिडोर में तैयार होगा. 8300 करोड़ रुपए में दोनों ही कॉरिडोर में 29.4 किमी लंबा रूट बनेगा. यूपीएमआरसी की ओर से अभी प्रॉयरिटी कॉरिडोर में फतेहाबाद रोड पर स्थित ताज पूर्वी गेट मेट्रो स्टेशन से जामा मस्जिद तक के छह किलोमीटर लंबे मेट्रो ट्रैक के निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है. साथ ही आगरा कॉलेज, राजामंडी, आरबीएस कॉलेज समेत अन्य स्थानों पर भी मेट्रो का निर्माण कार्य शुरू हो गया है.
जानकारी देते हुए आगरा मेट्रो के डीजीएम (पीआर) पंचानन मिश्रा यह भी पढ़ें- बेटे ने की मां की गोली मारकर हत्या, आरोपी फरार
बैरिकेड्स की सफाई पर जोर
आगरा मेट्रो के डीजीएम (पीआर) पंचानन मिश्रा के मुताबिक, ताज पूर्वी गेट से जामा मस्जिद के बीच बन रहे प्रायोरिटी कॉरिडोर के ऐलिवेटिड और अंडरग्राउंड ट्रैक का तेज गति के साथ निर्माण चल रहा है. यूपीएमआरसी की ओर से सिविल निर्माण कार्य में एंटी स्मॉग गन और टैंकर से पानी का छिड़काव किया जाता है, जिससे धूल न उडे. मेट्रो निर्माण कार्य स्थल पर जो बैरिकेड्स लगाए गए हैं. उनकी भी सफाई की जाती है.
वाहनों के टायर्स की सफाई
पंचानन मिश्रा ने बताया कि, पीएसी परिसर में बन रहे आगरा मेट्रो डिपो, पुरानी मंडी, आगरा फोर्ट के पास मेट्रो का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है. यहां पर नियमित अंतराल पर पानी का छिड़काव होता है, जिससे डस्ट न उडे. इसके साथ ही गाड़ी के टायर से सड़क पर धूल और गंदगी न हो, इसलिए सभी जगह पर टायर वॉशिंग प्लांट लगाए गए हैं.
एयर क्वालिटी की जांच
पंचानन मिश्रा ने आगे बताया कि, यूपीएमआरसी की ओर से आगरा मेट्रो के निर्माण स्थल पर विशेष मशीनों से एयर क्वॉलिटी की जांच होती है. यूपीएमआरसी ने यह काम एक विशेष एजेंसी हो दिया है जो नियमित अंतराल पर एयर क्वॉलिटी की जांच करती है, क्योंकि ताजमहल की वजह से आगरा में पॉल्यूशन और डस्ट कंट्रोल को लेकर बेहद सख्ती है, क्योंकि, धूल और प्रदूषण से ताजमहल की खूबसूरती के खतरनाक हैं. इसलिए आगरा की एयर क्वॉलिटी पर विशेष जोर दिया जाता है.
आगरा के मेट्रो निर्माण कार्य पर एक नजर
273 करोड़ रुपए में फतेहाबाद रोड पर तीन एलिवेटेड स्टेशन बन रहे.
112 करोड़ रुपए से पीएसी मैदान में पहला मेट्रो डिपो बन रहा है.
453 करोड़ रुपए से मेट्रो थर्ड रेल इलेक्ट्रिफिकेशन शुरू हो चुका है.
8300 करोड़ रुपए में आगरा मेट्रो के दोनों कॉरिडोर पर खर्च आएगा.
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