आगरा: दिल्ली और एनसीआर में बढ़ते एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) से हालात बेकाबू हो चुके हैं. ऐसे में पाॅल्यूशन और स्माॅग का असर आगरा में दिख रहा है. आगरा मंडलायुक्त रितु माहेश्वरी ने मंगलवार को आगरा, मथुरा, फिरोजाबाद और मैनपुरी के डीएम, नगरायुक्त, विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष, पीडब्ल्यूडी और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से बातचीत की. कमिश्नर रितु माहेश्वरी ने कहा कि जिले में दिन में सड़क किनारे तीन बार पानी का छिडकाव करें. इसके साथ ही ताजमहल के आसपास हर दो घंटे में टैंकर और स्मॉग गन से पानी का छिड़काव करें. इसके साथ ही पेड़ और पौधों पर भी वॉटर स्प्रे किया जाए.
दरअसल, आगरा में जिस तरह से सुबह से शाम तक आसमान में धुंध की चादर तनी रहती है, उसको लेकर आगरा जिला प्रशासन तमाम कदम उठा रहा है. जिला प्रशासन की ओर से कूड़ा और पराली जलाने की घटनाओं पर पूर्ण प्रतिबंध हैं. जो भी ऐसा करे, उसके खिलाफ कार्रवाई और जुर्माना लगाया जाए. आगरा मंडलायुक्त रितु माहेश्वरी ने हर जिले में पाॅल्यूशन को लेकर सभी चार जिलों के डीएम के साथ बैठक की.
आगरा मंडलायुक्त रितु माहेश्वरी ने मंगलवार शाम आगरा मंडल के जिलों में बढ़ते वायु प्रदूषण और धुंध को लेकर चिंता व्यक्त की. उन्होंने कहा कि बीते दिनों में ताजमहल के आस-पास वायु प्रदूषण का अत्यधिक रहा है. यदि धुंध में ताजमहल नहीं दिखेगा तो पर्यटक फिर शहर में क्यों आएंगे. ये जन स्वास्थ्य के लिए भी नुकसानदेह है. उन्होंने कहा कि आगरा और मथुरा में वायु प्रदूषण से बुरा हाल है. शाम के समय धुंध और भी बढ़ रहा है.
मंडलायुक्त ने निर्देश दिए कि हर जिले में सड़क किनारे एक दिन में तीन बार पानी का छिड़काव किया जाए. नगर निगम और पीडब्ल्यूडी सहित सभी विभागों से जहां भी निर्माण कार्य किए जा रहे हैं, उन्हें ढककर रखा जाए, जिससे वहां से धूल न उड़े. टैंकर या स्मॉग गन से लगातार पानी का छिड़काव करें. जहां पर पेड़-पौधों की संख्या ज्यादा है, उन पर वॉटर स्प्रे किया जाए. ज्यादा से ज्यादा मैकेनिकल सफाई कराई जाए. कहीं भी सीएनडी वेस्ट न फैला हो.