आगरा:स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत नगर निगम में बनाए गए इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर से गुरुवार को कई सुविधाएं 'गो लाइव' की गई. 'गो लाइव' की टेस्टिंग तीन महीने तक चलेगी. इसके बाद सभी सुविधाएं सुचारू होंगी. इस बारे में विशेषज्ञों ने जानकारी दी कि ट्रैफिक सिग्नल पर लगाए गए सीसीटीवी कैमरों से ऑनलाइन चालान, इमरजेंसी पैनिक बटन किस तरह से काम करता है, इसकी जानकारी मिल सकेगी.
आगरा नगर निगम परिसर में स्थापित इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर 282 करोड़ रुपये की लागत में तैयार हुआ है. यहां से शहर के 240 स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे से निगरानी की जा सकती है. शहर के नागरिकों की सुविधाओं के लिए ज्योग्राफिकल इनफॉरमेशन सिस्टम भी संचालित होगा. स्मार्ट सिटी में आईसीटी बेस्ड सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट किस तरह से काम करेगा. यह भी यहां से निगरानी में रहेगा.
जीपीएस से रखी जाएगी नजर
नगर निगम में स्थित इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर से अपशिष्ट के पर्यवेक्षण के लिए रेडियो फ्रीक्वेंसी एडिफिकेशन डिवाइस लगाई जायेगी. जिससे डस्टबिन भरे जाने पर तत्काल ही जानकारी मिल जायेगी. डस्टबिन को खाली कराया जा सकेगा. इसके साथ ही नगर निगम के गाड़ियों में भी जीपीएस लगाकर मॉनिटरिंग की जाएगी.