आगरा:बीते 24 घंटे में एकदम आगरा की आवोहवा बदल गई. शनिवार को जहां ताजनगरी की एयर क्वालिटी इंडेक्स 44 रही. वहीं रविवार सुबह से ही आसमान में धुंध छा गई. हवा में अतिसूक्ष्म कणों की मात्रा बढ़ गई, जिससे ताजमहल पर दिनभर धुंध छाई रही. हालात ऐसे थे कि मोहब्बत की निशानी 500 मीटर से साफ नहीं दिखाई दे रही था. मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि पश्चिम से चली धूल भरी हवा के कारण रविवार को आगरा की हवा की गुणवत्ता खराब स्तर पर पहुंच गई थी. लेकिन, सोमवार सुबह आगरा का मौसम एक बार फिर साफ हो गया.
बीते दिन (रविवार) ताजनगरी में धुंध ही धुंध दिखाई दे रही थी. आसमान में सूरज भी धुंधला नजर आ रहा था, जिसके कारण उमस बढ़ गई थी. इसके साथ ही धुंध से आगरा दिल्ली हाईवे, यमुना एक्सप्रेस-वे, आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे सहित सड़कों पर वाहनों की रफ्तार कम हो गई. ताजनगरी की हवा में रविवार को आठ गुना ज्यादा धूल कण रहे. इतना ही नहीं, सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे धूल कणों की मात्रा सबसे ज्यादा 500 के खतरनाक स्तर को भी पार कर गई. वायुमंडल में सामान्य से 8 गुना ज्यादा धूल कण होने के कारण महज 500 मीटर दूर से भी ताजमहल बेहद हल्का और धुंधला नजर आ रहा था.
यूं बढ़ गई एक्यूआई
हवा में धूल कणों की संख्या बढ़ने से रविवार को आगरा का एक्यूआई लेवल भी बढ़ गया. शनिवार को जहां आगरा का एक्यूआई महज 44 था. वहीं, रविवार को हवा में धूल कणों की संख्या बढ़ने से आगरा की एक्यूआई 254 हो गया. जिसके कारण आगरा रविवार को देश का 5वां प्रदूषित शहर रहा.