आगरा: उत्तर मध्य रेलवे (एनसीआर) के आगरा मंडल ने चूहों को मारने की सुपारी दी है. रेलवे ने किंग सिक्योरिटी को 26 करोड़ रुपए का ठेका दिया. रेलवे अधिकारियों का कहना है कि हर साल चूहों की वजह से करोड़ों रुपए का नुकसान होता है. आगरा रेल मंडल ने आगरा कैंट स्टेशन, आगरा फोर्ट स्टेशन और मथुरा जंक्शन स्टेशन में खतरनाक चूहों के मारने का कॉन्ट्रैक्ट किया है.
उत्तर मध्य रेलवे (एनसीआर) के आगरा मंडल के तीन रेलवे स्टेशनों में चूहे उत्पात मचा रहे हैं. चूहे कभी पार्सल का सामान कुतर रहे हैं, तो कभी भूमिगत केबिल काट देते हैं. इससे सिग्नल भी कट जाता है और रेलवे को परेशानी होती है. पार्सल हाउस में दिन और रात में चूहे धमा चौकड़ी करते हैं. इतना ही नहीं, रेल ट्रैक के नीचे बिल खोद कर रेलवे लाइन ही खोखली (पोली) कर देते हैं. जब बारिश में बिलों में पानी भरने पर ट्रेनों की संरक्षा खतरे में पड़ जाती है.
एनसीआर के आगरा मंडल की पीआरओ प्रशस्ति श्रीवास्तव का कहना है कि आगरा कैंट स्टेशन, आगरा फोर्ट स्टेशन और मथुरा जंक्शन स्टेशन पर मौजूद चूहों को मारने का किंग सिक्योरिटी कंपनी को 26 करोड़ रुपए का ठेका उठाया गया है. क्योंकि, लगातार इन स्टेशन पर चूहों की वजह से रेलवे ट्रैक, सिग्नल की केबिल, पार्सल समेत अन्य सामान को नुकसान पहुंचता है. कई बार यह चूहे पटरी तक को नुकसान पहुंचाते हैं.
पार्सल के हब हैं ये तीनों स्टेशन:आगरा रेल मंडल में तीन बड़े स्टेशन आगरा कैंट स्टेशन, आगरा फोर्ट स्टेशन और मथुरा जंक्शन स्टेशन पार्सल के हब हैं. हार दिन सैंकड़ों पार्सल आगरा कैंट स्टेशन, आगरा फोर्ट स्टेशन और मथुरा जंक्शन स्टेशन से पार्सल की बुकिंग होती है. आगरा कैंट स्टेशन पर हर दिन करीब 3000 पार्सल, मथुरा जंक्शन पर हर दिन करीब 2500 और आगरा फोर्ट में हर दिन 2400 पार्सल की बुकिंग होतीहै.