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भ्रूण लिंग परीक्षण करने वाला हॉस्पिटल संचालक समेत कई को जेल, डॉक्टर की सदस्यता भी निलंबित

आगरा में प्रतिबंध के बावजूद भ्रूण लिंग परीक्षण करने वाले हॉस्पिटल संचालक और उसके सहयोगियों को जेल भेजा गया है. स्टिंग आॅपरेशन में डाॅक्टर को रंगे हाथ पकड़ा गया था.

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Published : May 23, 2022, 9:42 AM IST

भ्रूण लिंग परीक्षण
भ्रूण लिंग परीक्षण

आगरा:भ्रूण लिंग परीक्षण में गिरफ्तार प्रिया हॉस्पिटल के संचालक और उसके सहयोगियों को पुलिस ने जेल भेज दिया. आरोपियों के खिलाफ एत्मादउददौला थाना में मुकदमा दर्ज किया गया है. इसके साथ ही इंडियन मेडिकल एसोसिएशन आईएमए ने भ्रूण लिंग जांच में लिप्त डॉ. राजीव कुमार की सदस्यता निलंबित कर दी है.


बता दें कि हरियाणा के नुहूं जिले से आई स्वास्थ्य विभाग और एसटीएफ के साथ ही आगरा सीएमओ की टीम ने शनिवार को भ्रूण लिंग परीक्षण का प्रिया हॉस्पिटल में डमी गर्भवती की मदद से स्टिंग आपरेशन किया था. प्रिया हॉस्पिटल के संचालक डॉ. राजीव कुमार ने 40 हजार रुपए में भ्रूण लिंग परीक्षण का सौदा किया था. इस पर हरियाणा और आगरा सीएमओ की टीम ने छापा मारा तो हॉस्पिटल से एक भ्रूण भी मिला था. भ्रूण लिंग परीक्षण में उपयोग करने वाली मशीनें और अन्य उपकरण बरामद कर दिए थे. इस मामले में आरोपी डॉ. राजीव कुमार और उसका एजेंट समेत तीन साथियों को हिरासत में लिया. उनसे पूछताछ की और सबूतों के आधार पर एफआईआर दर्ज की गई है. इसके बाद आरोपियों को जेल भेजा गया है.

एत्मादउददौला थाना प्रभारी निरीक्षक सत्यदेव शर्मा ने बताया कि प्रिया हॉस्पिटल संचालक डॉ. राजीव कुमार. टेक्नीशियन राजेश, उन्नाव निवासी एजेंट नौशाद और गर्भपात करने वाली महिला के पति अवनीश को गिरफ्तार करके जेल भेजा गया है. इस मामले में राम किशोर, नर्स सरिता, डॉ. तसलीमा, डॉ अनुराग सिंह भी नामजद हैं. अनुसंधान में जो भी दोषी होगा. उसे जेल भेजा जाएगा.



आईएमए ने सदस्यता की निलंबित:इंडियन मेडिकल एसोसिएशन आईएमए के अध्यक्ष डॉ. ओपी यादव ने बताया कि डॉ. राजीव कुमार पहले भी भ्रूण लिंग जांच करते हुए पकडे गए हैं. वो मामला अभी कोर्ट में चल रहा है. इसके बाद अब उन्हें हरियाणा की टीम और स्वास्थ्य विभाग की टीम ने भ्रूण लिंग परीक्षण करते दबोचा है. इसलिए उनकी सदस्यता को निलंबित किया गया है. इसके साथ ही आईएमए की ओर से इस बारे में कार्यकारिणी की 26 मई को एक बैठक भी बुलाई है. जिससे आगे का फैसला लिया जाएगा.



अल्ट्रासाउंड की लॉगबुक जांची जाएगी:सीएमओ डॉ. अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि प्रिया हॉस्पिटल के सीसीटीवी की रिकॉर्डिंग भी डीवीआर लेकर पुलिस जांच कर रही है. जिले में 257 अल्ट्रा साउंड पंजीकृत हैं. अब टीम भेज कर सभी अल्ट्रासाउंड की लॉग बुक की जांच कराई जाएगी. जिससे यह पता चलेगा कि, अल्ट्रा साउंड सेंटर संचालक के पास गर्भवती महिलाओं का रिकॉर्ड है या नहीं. जहां भी लापरवाही मिलेगी. वहां पर कार्रवाई की जाएगी.

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