आगरा: बहुचर्चित डॉ. योगिता गौतम हत्याकांड में पुलिस ने आरोपपत्र (चार्जशीट) कोर्ट में पेश करने की तैयार कर ली है. सरोजनी नायडू मेडिकल कॉलेज ( एसएनएमसी) की जूनियर डॉ. योगिता गौतम की हत्या का आरोप मेडिकल ऑफिसर डॉ. विवेक तिवारी पर है. पुलिस ने चार्जशीट में गवाहों के बयान और अन्य तमाम सबूत जुटाए हैं जिससे आरोपी डॉ. विवेक तिवारी को फांसी की सजा दिलाई जा सके. पुलिस को अभी फॉरेंसिक रिपोर्ट आने का इंतजार है, जिसे बाद में चार्जशीट में शामिल किया जाएगा. सोमवार को कोर्ट की छुट्टी थी, इसलिए पुलिस ने चार्जशीट पेश नहीं की. लेकिन मंगलवार को पुलिस इस मामले में चार्जशीट पेश कर सकती है.
डॉ. योगिता हत्याकांड: गवाह और फॉरेंसिक सबूत बनेंगे डॉ. विवेक की फांसी का फंदा, जल्द पेश होगी चार्जशीट
आगरा के बहुचर्चित डॉ. योगिता गौतम हत्याकांड में पुलिस जल्द ही चार्जशीट कोर्ट में पेश करेगी. पुलिस ने हत्या के आरोपी डॉ. विवेक तिवारी को सख्त सजा दिलाने की पूरी तैयारी की है. इस केस में पुलिस के लिए फॉरेंसिक रिपोर्ट बड़ी मददगार बनेगी.
बता दें कि मूलतः दिल्ली निवासी डॉ. योगिता गौतम एसएन मेडिकल कॉलेज से पीजी कर रही थी. 18 अगस्त को उसका पीजी का परिणाम आया था, जिसमें वह अच्छे नंबर से पास हुई थी. मगर उसी दिन डॉ. योगिता गौतम की हत्या कर दी गयी थी. हत्या का आरोप उसके सीनियर और मित्र मेडिकल ऑफिसर डॉ. विवेक तिवारी पर है.
कार से मिलने आया था और हत्या कर चला गया
डॉ. योगिता गौतम की आरोपी डॉ. विवेक तिवारी से दोस्ती थी. डॉ. विवेक तिवारी उरई में मेडिकल ऑफिसर था. डॉ. योगिता गौतम और डॉ. विवेक तिवारी शादी भी करना चाहते थे. डॉ. विवेक तिवारी उरई (जालौन) से 18 अगस्त 2020 को कार से आगरा आया था. वह डॉ. योगिता गौतम से मिला. फिर उसी दिन शाम को डॉ. विवेक अपनी कार से डॉ. योगिता गौतम को नूरी गेट स्थित किराए के कमरे से अपने साथ कार में बैठा कर ले गया. रास्ते में बातचीत के दौरान दोनों में विवाद हुआ था.