आगरा : मथुरा के चांदी कारोबारी से हुई 43 लाख रुपए की के मामले में फरार आरोपी जीएसटी निलंबित असिस्टेंट कमिश्नर अजय कुमार और वाणिज्य कर अधिकारी शैलेंद्र कुमार पर 50-50 हजार रुपए का इनाम घोषित किया गया है. इसके पहले दोनों फरार आरोपी अधिकारियों पर 25-25 हजार का इनाम घोषित किया गया. जिसे अब पुलिस ने बढ़ा दिया है. साथ ही दोनों अफसरों के घर पर कुर्की का नोटिस भी चस्पा हो गया है. एसएसपी मुनिराज जी ने बताया कि, फरार जीएसटी अधिकारियों की तलाश में क्राइम ब्रांच समेत पुलिस की तीन टीमें लगी हुई हैं. हर संभावित स्थान पर दबिश दी जा रही है. जल्द ही दोनों की गिरफ्तारी की जाएगी.
एसएसपी मुनिराज जी ने बताया कि इस मामले में आरोपी सिपाही संजीव कुमार और चालक दिनेश कुमार को जेल भेजा जा चुका है. अभी निलंबित असिस्टेंट कमिश्नर अजय कुमार और वाणिज्य कर अधिकारी शैलेंद्र कुमार फरार हैं. दोनों आरोपी अधिकारियों के घरों की कुर्की के लिए 82 की कार्रवाई हो चुकी है. कुर्की के लिए कागजी कार्रवाई चल रही है. फरार दोनों अफसर की तलाश में क्राइम ब्रांच, लोहामंडी थाना पुलिस और सीओ सदर राजीव कुमार सिंह की टीम लगी हैं. जल्द से जल्द दोनों की गिरफ्तारी होगी. चंदौली, बनारस, मेरठ और प्रयागराज में भी टीमें दबिश दे चुकी हैं.
लूट के आरोपी जीएसटी अधिकारी बढाई गई इनाम की धनराशिएसएसपी मुनिराज जी ने बताया कि 43 लाख रुपए की लूट में फरार निलंबित जीएसटी अधिकारी असिस्टेंट कमिश्नर अजय कुमार और वाणिज्य कर अधिकारी शैलेंद्र कुमार पर पहले 25-25 हजार रुपए का इनाम घोषित किया गया था. जिसे बढ़ाकर अब 50-50 हजार रुपए किया गया है. वाणिज्यकर अधिकारी अजय कुमार इंदिरा नगर, लखनऊ और शैलेंद्र कुमार चंदौली निवासी हैं. अजय कुमार आगरा में फिनिक्स पुष्पविला गार्डेनिया अपार्टमेंट और शैलेंद्र कुमार अर्पणा प्रेम अपार्टमेंट रहते थे. जहां पर ताला लगा हुआ है.
यह था मामलाबता दें कि मथुरा के गोविंद नगर की महाविद्या कालोनी निवासी चांदी कारोबारी प्रदीप अग्रवाल की विनायक ट्रेडर्स के नाम से फर्म है. 30 अप्रैल-2021 की रात प्रदीप अग्रवाल और उनका चालक राकेश चौहान बिहार के कटिहार से लौट रहे थे. कार में उनका एक थैला रखा था. जिसमें चांदी के जेवरात की बिक्री के 43 लाख रुपए रखे हुए थे. आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे स्थित फतेहबाद टोल पर जयपुर हाउस स्थित वाणिज्यकर कार्यालय की टीम ने उनकी गाड़ी रुकवाई और उन्हें कार्यालय ले आए. जहां पर जेल भेजने की धमकी देकर वाणिज्यकर अधिकारियों ने 43 लाख रुपये लूट लिए. इस पर पीड़ित चांदी कारोबारी ने व्यापारी कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष रविकांत से वाणिज्यकर अधिकारियों की करतूत साझा की. जिसके बाद पीड़ित चांदी कारोबारी की शिकायत पर एसएसपी मुनिराज ने एफआईआर दर्ज कराई थी.
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ऐसे नामजद हुए वाणिज्यकर अधिकारी
इस मामले में एसएसपी मुनिराज जी के निर्देश पर लोहामंडी थाना में अज्ञात वाणिज्यकर अधिकारी और कर्मचारी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया. इसके बाद पुलिस और चांदी कारोबारी ने घटनाक्रम से वाणिज्यकर कमिश्नर मिनिस्ती एस को दी. जिस पर वाणिज्यकर कमिश्नर ने विभागीय जांच कराई. विभागीय जांच रिपोर्ट में असिस्टेंट कमिश्नर अजय कुमार, वाणिज्यकर अधिकारी शैलेन्द्र कुमार, सिपाही संजीव कुमार और गाड़ी चालक दिनेश कुमार का नाम सामने आया था. इसके बाद चारों को नामजद किया गया.