आगरा :आगरा पुलिस कमिश्नर ने वसूली के आरोप में दो दरोगा और एक सिपाही को गुरुवार को देर रात सस्पेंड कर दिया है. कमिश्नर के निर्देश पर डीसीपी सूरज राय ने जांच की. जांच में सिकंदरा थाना की पुलिस चौकी पदम प्राइड के चौकी इंजार्च, साथी दरोगा और एक सिपाही पर वसूली के आरोप सही पाए गए, जबकि डीसीपी की जांच में ताजगंज थाना के दरोगा को क्लीनचिट दी गई है. इसके साथ ही तीनों के खिलाफ विभागीय जांच के भी आदेश दिए हैं.
पुलिसकर्मियों की 112 पर की थी शिकायत :ट्रक के मालिक ऋषभ के मुताबिक, मामले के बाद आरोपी पुलिसकर्मियों की शिकायत 112 पर उसी समय कर दी थी. ऋषभ का आरोप है कि उसने एक परिचित को रात में फोन करके 20 हजार रुपये मंगवाकर पुलिसकर्मियों को दिये थे. इसके साथ ही पुलिस कमिश्नर के भी सीयूजी नंबर पर काॅल करके अवैध वसूली की शिकायत की थी. पीड़ित ट्रक का मालिक इसके बाद पुलिस आयुक्त के सामने पेश भी हुआ था.
डीसीपी से कराई जांच फिर कार्रवाई :पुलिस कमिश्नर डॉ. प्रीतिंदर सिंह ने ट्रक के मालिक ऋषभ परमार की शिकायत पर डीसीपी सूरज राय को जांच दी थी. डीसीपी की प्रारंभिक जांच में सिकंदरा थाना के पदम प्राइड चौकी प्रभारी गौरव राठी, एसआई नीरज कुमार और सिपाही रवि कुमार दोषी पाए गए. डीसीपी ने गुरुवार देर शाम अपनी जांच रिपोर्ट पुलिस कमिश्नर को सौंप दी. जिस पर पुलिस कमिश्नर ने पदम प्राइड चौकी प्रभारी गौरव राठी, एसआई नीरज कुमार और सिपाही रवि कुमार को सस्पेंड कर दिया.