आगरा:एक सफाई कर्मचारी के बेटे ने 39वीं उत्तर प्रदेश जिम्नास्टिक प्रतियोगिता में कांस्य पदक जीतकर ताजनगरी का नाम रोशन किया. इससे वाल्मीकि समाज गर्व महसूस कर रहा है. वहीं, खिलाड़ी के घर में खुशी का माहौल है.
लोहामंडी थाने के सामने वाल्मीकि बस्ती में रहने वाले सफाई कर्मचारी कुलदीप ब्रम्ह के 6 वर्षीय बेटे युद्धवीर ब्रह्म ने 27 से 29 जनवरी को प्रयागराज में सम्पन्न हुई 39वीं उत्तर प्रदेश जिम्नास्टिक प्रतियोगिता में कांस्य पदक अपने नाम किया. इस प्रतियोगिता में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाने वाले युद्धवीर ब्रह्म से ईटीवी भारत ने बात की. जिम्नास्टिक खिलाड़ी युद्धवीर का कहना है कि उन्हें शुरू से ही जिम्नास्टिक में रुचि थी. उनकी इच्छा और प्रतिभा को देखकर पिता कुलदीप ब्रह्म ने कर्मयोगी, कमला नगर में स्थित आरजे एकेडमी में कोच रामप्रवेश दुबे के सानिध्य में युद्धवीर को जिम्नास्टिक की शिक्षा-दीक्षा दिलवाई.
युद्धवीर अकेडमी में 2 घंटे और घर पर जिम्नास्टिक सीखने के लिए एक घंटे की ट्रेनिंग करता है. इतनी छोटी उम्र में युद्धवीर ने जिम्नास्टिक में फ्लेक्सीब्लिटी, कोर स्ट्रेंथ, बैलेंसिंग और मेंटल फोकस जैसे करतब पर महारथ हासिल कर ली है. इनके दम पर युद्धवीर ने उत्तर प्रदेश जिम्नास्टिक चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीतकर अपने माता-पिता सहित आगरा शहर का नाम रोशन कर दिया. उसकी इस सफलता को देखकर वाल्मीकि समाज के लोग भी खुश है. वाल्मीकि समाज के लोगों का कहना है कि सफ़ाई कर्मचारियों को समाज हीनभावना से देखता है. लेकिन, बेटे युद्धवीर ने अपनी लगन से सफाई कर्मचारीयों और वाल्मीकि समाज का सिर फक्र से ऊंचा कर दिया है. जिमनास्ट युद्धवीर ब्रह्म को लगातार समाज की अग्रणी संस्था और लोग सम्मानित कर रहे हैं.