आगराः उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन का आगरा मेट्रो प्रोजेक्ट में काम पूरी तेजी पर है. मेट्रो के दोनों ही कॉरिडोर में काम चालू है. यूपीएमआरसी का फोकस पहले कॉरिडोर के छह किलोमीटर लंबे प्रायोरिटी ट्रैक पर है. जो फतेहाबाद रोड स्थित ताजमहल पूर्वी गेट मेट्रो स्टेशन से जामा मस्जिद मेट्रो स्टेशन तक का है. इस प्रायोरिटी मेट्रो ट्रैक पर तीन एलिवेटेड और तीन अंडर ग्राउंड मेट्रो हैं. एलिवेटेड मेट्रो ट्रैक पर पटरी बिछाने का काम शुरू हो चुका है. वहीं रविवार को अंडरग्राउंड मेट्रो ट्रैक और स्टेशन के लिए टनल बनाने क के लिए काम शुरू हो जाएगा.
सीएम योगी आदित्यनाथ रविवार को 3 अंडरग्राउंड मेट्रो ट्रैक बनाने के लिए आगरा किला के पास स्थित ऐतिहासिक रामलीला मैदान में मेट्रो टनल की खुदाई के लिए टनल बोरिंग मशीन की लॉन्चिंग शाफ्ट को लॉन्च करेंगे. उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन के आगरा मेट्रो प्रोजेक्ट की अंडरग्राउंड मेट्रो टनल को लेकर ईटीवी भारत की ग्राउंड रिपोर्ट सामने आई है.
2020 में शुरू हुआ था कामःपीएम मोदी ने 7 दिसंबर 2020 को आगरा मेट्रो परियोजना का वर्चुअली शिलान्यास किया था. आगरा मेट्रो परियोजना 8380 करोड़ रुपए की लगात से बन रही है. उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (यूपीएमआरसी) ने यूरोपियन निवेश बैंक से 4500 करोड़ रुपए का ऋण लिया है. यूपीएमआरसी की योजना 2024 तक आगरा में मेट्रो दौड़ाने की है. इसके चलते तेजी से 6 किमी. के मेट्रो ट्रैक बनाने का काम चल रहा है.
टीबीएम के पूर्जेःटनल बोरिंग मशीन (टीबीएम) के पुर्जे कटर हेड, सेगमेंट इरेक्टर, मेन लॉक, स्क्रू कन्वेयर और ब्रिज गैन्ट्री पुर्जे होते हैं. रामलीला मैदान में टीबीएम के सभी पुर्जे से लॉन्चिंग शाफ्ट तैयार है. टीबीएम में सबसे अहम कटर हेड और सेगमेंट इरेक्टर है.
कटर हेड: टीबीएम मशीन का मुख्य पुर्जा कटर हेड है. जो मलबे और कीचड़ को काटता है. इससे मशीन के चलने के लिए रास्ता बनता है.
सेगमेंट इरेक्टर: टीबीएम मशीन के चलने के दौरान मशीन का यह हिस्सा कंक्रीट से बने प्रीकास्ट रिंग सेगमेंट के निर्माण में सक्षम है. जो एक साथ सुरंग बनाते हैं.
टीबीएम का रूटःआगरा मेट्रो के टीबीएम रूट को लेकर यूपी मेट्रो के उप महाप्रबंधक जनसंपर्क पंचानन मिश्रा ने बताया कि आगरा मेट्रो में एलिवेटेड और अंडरग्राउंड ट्रैक रहेगा. आगरा मेट्रो में टीबीएम को रामलीला मैदान से लॉन्च (‘लांचिंग शाफ्ट’) किया जाएगा. इसके बाद ताजमहल स्टेशन की ओर सुरंग बनाने का काम बढ़ेगा. इस ट्रैक पर शाहजहां गार्डन में ‘मिड शाफ्ट’ का प्रयोजन है. ताकि, किसी भी आपातकाल स्थिति में बीच में टीबीएम आसानी से निकाली जा सके. ताजमहल के आगे. पुरानी मंडी चौराहे के पास ‘रिट्रीवल शाफ्ट’ (जहां से टीबीएम को निकाला जाएगा) उसका निर्माण किया जा रहा है.
उप महाप्रबंधक जनसंपर्क ने बताया कि टीबीएम वर्तमान में ताजमहल से जामा मस्जिद स्टेशन तक प्राथमिकता वाले 3 किमी अंडरग्राउंड ट्रैक पर काम कर रही है. इसी तरह दूसरी टीबीएम आरबीएस कॉलेज मेट्रो स्टेशन से नीचे उतारी जाएगी. आगरा किला के सामने स्थित रामलीला मैदान में आगरा मेट्रो के अंडरग्राउंड टनल और मेट्रो स्टेशन के लिए लॉन्चिंग शाफ्ट तैयार है. 95 मीटर लंबी टनल बोरिंग मशीन (टीबीएम) से मेट्रो ट्रैक की टनल बनाई जाएगी. टीबीएम के अलग अलग पुर्जे आए थे. जिन्हें इंजीनियर्स ने असेंबल कर लिया है. आगरा मेट्रो में अंडरग्राउंड अप एवं डाउन ट्रैक बनाने के लिए दो पैरलल टनल (समानांतर सुरंग) बनाई जाएंगी.
टीबीएम 10 मीटर टनल का करती है निर्माण:उप महाप्रबंधक जनसंपर्क ने बताया कि एक टीबीएम दिन में औसतन 10 मीटर टनल का निर्माण करती है. आगरा में 29.4 किलोमीटर का मेट्रो ट्रैक ताजनगरी में 29.4 किमी लंबे दो कॉरिडोर का मेट्रो नेटवर्क बनना है. जिसमें 27 स्टेशन होंगे. पहला मेट्रो कॉरिडोर ताज ईस्ट गेट से सिकंदरा के बीच 14.25 किमी लंबा है. जिसमें 13 स्टेशन हैं. इस कॉरिडोर में छह एलिवेटिड मेट्रो स्टेशन और सात अंडरग्राउंड मेट्रो स्टेशन हैं. इसके प्रायोरिटी ट्रैक बनाने का काम फतेहाबाद रोड से जामा मस्जिद तक तेजी से चल रहा है. आगरा मेट्रो का दूसरा कॉरिडोर आगरा कैंट से कालिंदी विहार के बीच लगभग 15.40 किमी. लंबा है. जिसमें 14 ऐलीवेटेड मेट्रो स्टेशन होंगे.
पहला कॉरिडोर: सिकंदरा-ताज पूर्वी गेट के स्टेशन सिकंदरा, गुरु का ताल, आईएसबीटी बस स्टैंड, आरबीएस डिग्री कॉलेज, राजा की मंडी, सेंट जॉन्स कॉलेज (जंक्शन), सरोजिनी नायडू मेडिकल कॉलेज, जामा मस्जिद, आगरा का किला, ताज महल पश्चिमी गेट, फतेहाबाद रोड, बसई, ताज ईस्ट गेट