आगराःनगर निगम पार्षदों का स्टडी टूर जिसे खुद महापौर ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था, अब विवादों के घेरे में फंस गया है. चार दिन का अंडमान निकोबार का टूर समाप्त होते-होते शुक्रवार को विवाद हो गया, जिसमें महापौर से शिकायत की गई. बताया जा रहा है कि टूर में बसपा की तीन महिला पार्षदों को जाना था लेकिन उनकी जगह उनके पति नियमों को धता बताते हुए टूर पर गए हैं. इसके लिए पार्षदों पर कार्रवाई करने की मांग की गई है. साथ ही जिन अधिकारियों को टूर की जिम्मेदारी दी गई थी उन पर भी लापरवाही का आरोप लगाकर कार्रवाई की मांग की गई है.
हर वर्ष जाता है स्टडी टूर
बता दें कि हर साल नगर निगम के पार्षदों का एक स्टडी टूर किसी भी राज्य या देश में भेजा जाता है, जिसमें पार्षदों को दूसरे राज्य में नगर निगम की तरफ से चल रही नई सुविधाओं आदि के बारे में जानकारी दी जाती है. ताकि वहां से लौटकर पार्षद अपने शहर में भी इस तरह की सुविधाओं से लोगों को रूबरू करा सकें. इसके लिए नगर निगम ने इस बार 80 पार्षदों को स्टडी टूर पर भेजा था.
अंडमान निकोबार में यहां घूमे पार्षद
14 मार्च को पार्षदों का टूर आगरा से रवाना हुआ, जिसके बाद पार्षदों ने अंडमान निकोबार में सेल्यूलर जेल, पोर्ट ब्लेयर कारवाइन बीच, हैवलॉक बीच, आर्थो पॉलीजिकल म्यूजियम, हैवलॉक आईलैंड, एलीफेंट बीच और राधानगर बीच, साउंड एंड लाइट शो एवं मुख्य बाजारों का भ्रमण किया और उनका लुफ्त उठाया. शुक्रवार को आगरा में पार्षदों का टूर वापस आना था. वापस आगरा आते ही एक नया विवाद सामने आ गया, जिसके बाद पूरे नगर निगम में हड़कंप मच गया है.
महिला पार्षदों की जगह गए उनके पति
दरअसल, नगर निगम के कुछ पार्षदों ने महापौर नवीन जैन को एक शिकायती पत्र दिया. जिसमें उन्होंने आरोप लगाया कि जो स्टडी टूर अंडमान निकोबार गया था, उसमें बसपा की तीन महिला पार्षदों के स्थान पर उनके पतियों ने यात्रा की. जबकि यह टूर सिर्फ और सिर्फ पार्षदों के लिए था. यदि कोई महिला पार्षद का पति अपनी पत्नी के साथ जाता है तो उसे अपना यात्रा का खर्च खुद वहन करना होता है. ऐसा बिल्कुल भी नहीं हुआ, एक तो नियमों को धता बताकर पार्षद पति नगर निगम के टूर में अपनी पत्नी की जगह गए. वहीं दूसरी तरफ उन्होंने नगर निगम के खर्चे से ही उस टूर का लुफ्त उठाया जो कि एक पार्षद के ऊपर करीब 40 रुपये का होता है.
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पार्षदों ने आरोप लगाया कि यह कारगुजारी वित्तीय अनियमितता की श्रेणी में आती है. इस तरह से सरकारी धन का दुरुपयोग करना दंडनीय है इसलिए अपनी पार्षद पत्नी की जगह यात्रा करने वाले लोगों पर एफआईआर हो. साथ ही नगर निगम के जिन अधिकारियों पर इस यात्रा की जिम्मेदारी थी उनके ऊपर नियमों की अनदेखी करने के खिलाफ उचित कार्रवाई होनी चाहिए.
दो पार्षदों की हुई जांच, एक अभी बाकी
इस बारे में जब महापौर नवीन जैन से बात की गईं तो उन्होंने बताया कि तीन महिला पार्षदों के स्थान पर उनके पति अंडमान निकोबार की यात्रा करने गए थे, जिसकी शिकायत मिली है. पूरे मामले की जांच कराई जा रही है और शुरुआती जांच में वार्ड-55 की पार्षद मीना के पति अशोक वर्मा और वार्ड-65 की सर्वेश देवी के पति अरविंद मथुरिया के नाम का खुलासा हुआ है. तीसरे व्यक्ति की भी जांच की जा रही है. जांच में जो भी दोषी पाया जाएगा उस पर उचित कार्रवाई की जाएगी.